2023 के अगस्त में होने वाला एशिया कप का वेन्यू पाकिस्तान है। हालांकि इस पर बीसीसीआई आपत्ति जता रहा है कि वो सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय टीम को पाकिस्तान खेलने के लिए नहीं भेजेगा। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ कर दिया है कि भारतीय टीम पाकिस्तान खेलने नहीं जाएगी। बीते साल हुए एशिया कप के बाद से ही इस पर अटकले चल रही हैं। वहीं जैसे-जैसे इस साल होने वाले एशिया कप के दिन नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे मुद्दा गरमाता जा रहा हैं।
वहीं कल इस मुद्दे पर बात करने के लिए बीसीसीआई सचिव जय शाह और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजम सेठी सहित और भी आईसीसी के मेंबर्स के बीच मीटिंग हुई, जिसमें यह लगभग तय माना जा रहा है कि भारतीय टीम पाकिस्तान खेलने नहीं जाएगी और पाकिस्तान से एशिया कप की मेजबानी छीन ली जाएगी और किसी और देश में इसे आयोजित कराया जाएगा। वहीं इस खबर पर पाकिस्तान की तरफ से अब तीखी बयानबाजी शुरू हो चुकी हैं। इसी बयानबाजी का हिस्सा अब हो चुके हैं पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान जावेद मियादाद।
मियांदाद ने अपने बयान में कहा है कि ''मैं तो पहले भी कहता था, नहीं आते तो भाड़ में जाएं। हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमें हमारी क्रिकेट मिल रही है। ये आईसीसी का काम है। ये चीजें अगर आईसीसी कंट्रोल नहीं कर सकती तो फिर गवर्निंग बॉडी का कोई काम नहीं है। हर देश के लिए आईसीसी का एक नियम होना चाहिए। अगर ऐसी टीमें नहीं आती हैं, चाहे वे कितनी भी मजबूत क्यों न हों, आपको उन्हें हटा देना चाहिए।''
हालांकि मियांदाद के इस बयान को अभी तक लोगों ने कोई खास तवज्जो नहीं दिया हैं। हालांकि विवाद लगातार बढ़ता दिख रहा हैं। नजम सेठी से पहले जब रमिज राजा पीसीबी अध्यक्ष थे, तब उन्होंने यह कहा था कि अगर पाकिस्तान से एशिया कप की मेजबानी छीनी गई तो पाकिस्तान भी वनडे विश्व कप खेलने भारत नहीं जाएगा। वही अब इसी बात को नजम सेट्टी दोहरा रहे हैं और उन्होंने भी यही कहा हैं। हालांकि अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो उससे पाकिस्तान को ही नुकसान सहना पड़ जाएगा क्योंकि 2025 का चैंपियन ट्रॉफी भी पाकिस्तान में होने वाला है और पाकिस्तान के ऐसा करने से वो चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी भी गंवा सकते हैं।