पूर्व क्रिकेटर गंभीर ने कहा, गेल जैसी ताकत और एबी जैसी क्षमता न होने पर भी फिटनेस के कारण टी20 में सफल है कोहली - Latest News In Hindi, Breaking News In Hindi, ताजा ख़बरें, Daily News In Hindi

लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

पूर्व क्रिकेटर गंभीर ने कहा, गेल जैसी ताकत और एबी जैसी क्षमता न होने पर भी फिटनेस के कारण टी20 में सफल है कोहली

गंभीर ने कहा, ‘‘क्रिकेट जगत में इस समय बहुत कम क्रिकेटर हैं जो हर गेंद पर स्ट्राइक बदल सकते हैं और विराट कोहली यह काम बहुत अच्छी तरह से करता है और इसलिए वह बाकी सबसे भिन्न है।

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना है कि क्रिस गेल जैसी ताकत और एबी डिविलियर्स जैसी क्षमता नहीं होने के बावजूद विराट कोहली अगर टी20 क्रिकेट में सफल हैं तो इसका पूरा श्रेय उनकी बेहतरीन फिटनेस को जाता है। कोहली टेस्ट और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में तो सफल हैं ही उन्होंने टी20 में भी अपनी विशेष छाप छोड़ी है। भारतीय कप्तान ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में अब तक 82 मैचों में 50.8 की औसत से 2794 रन बनाये हैं।
गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, ‘‘वह (कोहली) हमेशा एक स्मार्ट क्रिकेटर रहा है लेकिन उसने अपनी शानदार फिटनेस के कारण अपने पूरे टी20 करियर को बेहद सफल बना दिया। ’’उन्होंने कहा, ‘‘शायद इसलिए कि उसके पास क्रिस गेल जैसी ताकत नहीं है, उसके पास एबी डिविलियर्स जैसी क्षमता नहीं है, उसके पास संभवत: जाक कैलिस या ब्रायन लारा जैसी क्षमता नहीं है। ’’ 
बायें हाथ के इस बल्लेबाज से पूछा गया था कि भारतीय कप्तान के क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में सफल होने के क्या कारण हैं। गंभीर ने कहा कि विकेटों के बीच दौड़ लगाने और स्ट्राइक रोटेट करने में भी कोहली का कोई सानी नहीं है। इस मामले में गेल, डिविलियर्स और रोहित शर्मा भी उनसे पीछे हैं। 
टी20 विश्व कप 2007 और वनडे विश्व कप 2011 की विजेता टीम के सदस्य रहे गंभीर ने कहा, ‘‘उसका सबसे मजबूत पक्ष उसकी फिटनेस है और उसने इसे अपने खेल में अच्छी तरह से ढाला है। यही वजह है कि वह इतना सफल है इसलिए इसका श्रेय उसे जाता है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह विकेटों के बीच बहुत अच्छी तरह से दौड़ लगाता है, बहुत अधिक बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाते हैं। ’ कोहली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में भी सफल रहे हैं जहां उन्होंने 177 मैचों में 5412 रन बनाये हैं।
गंभीर ने कहा, ‘‘क्रिकेट जगत में इस समय बहुत कम क्रिकेटर हैं जो हर गेंद पर स्ट्राइक बदल सकते हैं और विराट कोहली यह काम बहुत अच्छी तरह से करता है और इसलिए वह बाकी सबसे भिन्न है। ’’ गंभीर ने कहा कि जब स्ट्राइक रोटेट करने की बात आती है तो कोहली में अपने साथी और स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा की तुलना में अधिक निरंतरता दिखती है।
उन्होंने कहा, ‘‘आप रोहित शर्मा को ही देख लो, स्ट्राइक रोटेट करने में मामले में रोहित शर्मा में वह खूबी नहीं है जो विराट कोहली में है। रोहित शर्मा के पास बड़े शॉट लगाने का कौशल है लेकिन इस (स्ट्राइक रोटेट) मामले में रोहित शर्मा की तुलना में विराट कोहली में अधिक निरंतरता है। गंभीर ने कहा, ‘‘क्रिस गेल या एबी डिविलियर्स में विशेषकर स्पिनरों के सामने स्ट्राइक रोटेट करने का कौशल नहीं है लेकिन विराट कोहली के पास है और इसलिए उसका औसत 50 से ऊपर है। ’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

twenty + fifteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।