भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी राहुल द्रविड़ इन दिनों अपनी टीम के मुख्य कोच हैं। पिछले साल हुए टी20 विश्व कप में जबसे भारतीय टीम सेमीफाइनल में हारी है, तब से उनपर लगातार निशाना साधा जा रहा है कि उनकी कोचिंग में ही कुछ कमी हैं। इसी का बचाव करने के लिए भारत के पूर्व कप्तान और द्रविड़ के साथी खिलाड़ी सौरभ गांगुली उनके बचाव में उतरे हैं। सौरभ गांगुली की कप्तानी में राहुल ने कई मुकाबले खेले है और दोनों काफी पुराने और अच्छे दोस्त हैं।
राहुल द्रविड़ अपने जमाने के बेहतरीन बल्लेबाज में से एक थे। बल्लेबाजी की वजह से उनका नाम द वॉल पड़ा था। पिच पर टिके रहने की उनकी आदत थी। उन्होंने कई गेदबाजों को बस पिच पर खड़े रहकर परेशान किया हैं। द्रविड़ ने भारतीय टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। वहीं संन्यास लेने के बाद वो अब नवंबर 2021 से बतौर कोच भारतीय टीम के साथ जुड़े हुए हैं। उनकी कोचिंग में भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार तो रहा है मगर पिछले साल हुए टी20 विश्व कप में भारत को मिली शर्मनाक हार और एशिया कप में मिली असफलता के बाद से उन पर कई तरह के सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं।
इसपर सौरभ गांगुली उनके बचाव में अपना बयान दिया है और कहा है कि उन्होंने टी20 विश्व कप को छोड़कर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। टीम तब (2022) भी सेमीफाइनल में गई थी और फाइनल से सिर्फ एक मैच दूर थी। वह अच्छा प्रदर्शन करेंगे। आपको उन्हें समय देना होगा। उन्होंने टीम के साथ बस एक साल गुजारा है। यह एक कोच के लिए बहुत कम समय है। वह इस टीम को बदल कर रख देंगे। आप शुभमन गिल को एक बहुत अच्छे बल्लेबाज के रूप में उभरते हुए देख सकते हैं और आप कुछ अन्य लोगों को भी विकसित होते देखेंगे। सूर्या (सूर्यकुमार यादव) हैं, जिन्होंने टी20 फॉर्मेट में टीम में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसलिए, आपको द्रविड़ को कुछ समय देना होगा। वह अच्छा करेंगे।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच कल से पहला टेस्ट मुकाबला शुरू होने जा रहा है। बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में राहुल द्रविड़ पहली बार भारतीय टीम के बतौर कोच नजर आएंगे। राहुल द्रविड़ ने बतौर खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट में 13000 से रन बनाएं हैं। उन्हें अपने जमाने का टेस्ट क्रिकेट स्पेशलिस्ट माना जाता था। वहीं अब उनसे बतौर कोच भी काफी उम्मीदें होगी कि वो अपने अनुभव को दिखाएं और भारतीय टीम को जीत हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान दें।