फिफा विश्व कप का दूसरा सेमीफाइनल कल मोरक्को और फ्रांस के बीच खेला गया, जिसमें डिफेंडिंग चैंपियन एक बार फिर से अपनी चैंपियनशिप दिखाते हुए मोरक्को को 2-0 से हराकर उनके विश्व कप के फाइनल में पहुंचने का सपना तोड़ दिया. फ्रांस की टीम मुकाबले की शुरुआत से ही अपना दबदबा बनाना शुरू कर दी थी, जब टीम के खिलाड़ी थियो हर्नांडेज ने 5वें मिनट में ही गोल दाग दिया था.
मोरक्को ने खेल की शुरुआत की पर फ्रांस की टीम ने जिस तरह का खेल में डिफेंस किया, उसके सामने मोरक्को चाह कर भी गोल नहीं दाग पाई. अंत तक मोरक्को प्रयास की, कुछ करीबी मौके भी मिले, पर उसे मोरक्को की टीम ने गोल में तब्दील नहीं कर पाई. फ्रांस के शुरुआती गोल के बाद लगा था कि मोरक्को के तरफ से भी गोल देखने को मिलेगा, पर ऐसा नहीं हो पाया. वहीं फ्रांस की तरफ से सब्सटीट्यूट की तौर पर मैदान पर खेलने उतरे रान्डल कोलो मुआनी अपने 44वें सेकंड में ही टीम के लिए 79वें मिनट में गोल दाग दिए और अपनी टीम के फाइनल का टिकट लगभग तय कर दिया. इसके बाद फ्रांस सिर्फ बॉल को अपने पास रख कर टहलाने की कोशिश कर रही थी.
अब 17 तारीख को फाइनल से ठीक पहले क्रोएशिया और मोरक्को के बीच तीसरे स्थान के लिए आपस में भिड़ेंगी. वहीं उसके अगले दिन यानि 18 दिसंबर को अर्जेंटीना और फ्रांस के बीच विश्व कप का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा. जिसमें दो स्टार खिलाड़ी मेस्सी और एमबापे आमने-सामने होंगे. दोनों ही खिलाड़ी इस विश्व कप के लिडिग गोल स्कोरर हैं. दोनों ने अपनी-अपनी टीम के लिए 5-5 गोल अब तक दाग चुके हैं. वहीं अब फाइनल में कौन किस पर भारी पड़ता है, ये देखने वाली बात होगी.
आपकी जानकारी के लिए यह बता दें कि मेस्सी और एमबापे दोनों एक ही टीम पीएससी की तरफ से खेलते हैं. वहीं अब जिस मंच पर दोनों भीड़ेगे, वो मंच फुटबॉल का सबसे बड़ा मंच है. वहीं विश्व कप का फाइनल मुकाबला मेसी का आखिरी विश्व कप के साथ-साथ आखिरी मैच भी होने वाला हैं. जिसे वो और उनकी टीम हर हाल में जीतना चाहेगी. वहीं अपने इस खूबसूरत करियर का अंत खूबसूरत तरीके से करना चाहेंगे.तो अब 18 दिसंबर को कौन सी टीम किस पर पड़ेगा भारी ये देखने वाली बात होगी.