देश में टोक्यो ओलंपिक को लेकर एक अलग ही माहौल देखने को मिल रहा है। ऐसे में भारत की पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल के बाद पहली बार मेडल जीता। दरअसल भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने गुरुवार को जर्मनी के खिलाफ हुए रोमांचक मुकाबले में 5-4 से जीत दर्ज करते हुए ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। अब भारत की इस जीत के बाद सोशल मीडिया पर लोग टीम को बधाइयां देने लगे।
सलामी बल्लेबाज और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने भारतीय हॉकी टीम को बधाई दी। लेकिन उनके इस ट्वीट के बाद से जमकर बवाल मचा हुआ है, जिसके चलते फैंस उन्हें ट्रोल करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे है।
दरअसल गौतम गंभीर ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम को भारतीय क्रिकेट टीम की तीन बार वर्ल्ड कप जीत से बड़ा करार दिया है। बस गंभीर की ये बात लोगों को बिलकुल भी पसंद नहीं आई और लोगों ने क्रिकेटर को ढंग से सबक सीखा दिया। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, '1983, 2007 या 2011 हो, हॉकी में लाया गया यह पदक किसी भी वर्ल्ड कप से बड़ा है।
गंभीर पर फूटा लोगों का गुस्सा...
अब गौतम गंभीर इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोग उन्हें भला बुरा कह रहे है। साथ ही तरह-तरह के ट्वीट कर गंभीर को ट्रोल किया। क्योंकि लोगों का कहना है दोनों खेल अलग-अलग हैं और ऐसी तुलना नहीं होनी चाहिए।
Why to demean other's achievement when we can celebrate both?
— R A T N I S H (@LoyalSachinFan) August 5, 2021
Sir, this looks more like a politician's tweet than a sportsperson's tweet. No need to demean other's achievement.
— Silly Point (@FarziCricketer) August 5, 2021
1983 and 2007 world cup to Gambhir pic.twitter.com/4XBoJC2TCz
— کنجر🍅 (@Akramwasim_) August 5, 2021
Why this comparison?? Every win is big, be it in hockey or cricket.. why to make one sport more important than other.. this is the same mistake we might have done in 1983.. "forget olympic medals, cricket world cup win is bigger".. people of that era must have thought the same
— Saroj kant Tiwari (@sarojktiwari) August 5, 2021
In a world where people don't even wanna compare different formats and eras Gambhir saab is comparing two different sports. Respect. 🐐
— Heisenberg ☢ (@internetumpire) August 5, 2021
बता दें, भारतीय हॉकी टीम ने इससे पहले साल 1980 के मॉस्को ओलंपिक खेलों में वासुदेवन भास्करन की कप्तानी में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। उसके बाद से भारतीय हॉकी टीम का प्रदर्शन हमेशा खराब ही रहा जिसके बाद 1984 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में पांचवें स्थान पर अपनी जगह कायम करने के बाद कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई। वहीं अब 41 साल बाद भारतीय टीम ने ओलंपिक मेडल हासिल कर लिया है।