भारतीय सेना के साथ ट्रेनिंग के लिए भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को इजाजत दे दी गई है। धोनी ने भारतीय सेना के साथ ट्रेनिंग करने की गुजारिश की थी। जिसे मानते हुए बीते रविवार को सेना प्रमुख बिपिन सिंह रावत ने उन्हें इजाजत दे दी है।
टेरिटोरियल आर्मी की पैराशूट रेजिमेंट में महेंद्र सिंह धोनी लेफ्टिनेंट कर्नल हैं। धोनी ने अपनी रेजिमेंट के साथ ट्रेनिंग के लिए रावत से अनुमति ली थी जो उन्होंने मान ली है। आर्मी में सेवा देने की बात खुद धोनी ने क्रिकेट से दो महीने का रेस्ट लेकर कही थी। यही वजह है कि वेस्टइंडीज दौरे के लिए वह टीम का हिस्सा नहीं बनाया है।
सेना के सूत्रों की मानें तो जम्मू कश्मीर में ही धोनी की ट्रेनिंग का ज्यादा हिस्सा होगा। बता दें कि धोनी केे किसी भी ऐक्टिव ऑपरेशन का हिस्सा आर्मी नहीं बनाएगी। बीसीसीआई को धोनी ने पहले ही बताया था कि वह वेस्टइंडीज दौरे के दौरान भारतीय टीम के साथ नहीं रह पाएंगे।
उस समय यह खबरें आ रहीं थीं कि सेना के साक धोनी रेजिमेंट में लगभग 2 महीने तक रहेंगे। वेस्टइंडीज दौरे पर विकेटकीपर के तौर पर धोनी की जगह भारतीय टीम में पंत को लिया गया है।
धोनी सेेना का हिस्सा हैं
प्रादेशिक आर्मी जिसे टेरिटोरियल आर्मी के नाम से भी जाना जाता है उसका महेंद्र सिहं धोनी हिस्सा हैं। लेफ्टिनेंट कर्नल यानी पैराशूट रेजिमेंट की इस उपाधि से 2011 में धोनी को नवाजा गया था। हालांकि पैरा ट्रेनिंग भी धोनी ने बाद में ली थी। 9 स्पेशल फोर्स, दो टेरिटोरियल आर्मी और एक राष्ट्रीय राइफल्स की बटालियन पैरा आर्मी के अंदर आती है।
सबको ही धोनी का आर्मी के प्रति प्यार और सम्मान सबको पता है। धोनी का लगाव आर्मी बैग के लिए बहुत है। धोनी ने आर्मी का खास लोगो बलिदान बैज भी विश्व कप में पहना था और उस पर विवाद भी हो गया था।