73 वर्षीय पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट अंपायर रूडी कर्टजन की कार एक्सीडेंट में मौत हो गई. इस बात की जानकारी खुद उनके बेटे रूडी कोएर्टजन जूनियर ने दी है. वो नेलसन मडेला स्टेडियम में गोल्फ खेलकर वापस लौट रहे थे, तभी यह दुखद दुर्घटना घटी. कर्टजन 1992 में पहली बार भारत और साउथ अफ्रीका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय खेल में अंपायरिंग की थी. उसके बाद उन्होंने 2010 तक 331 मैचों मे अंपायरिंग करते रहे.
वो एकदिवसीय क्रिकेट में डेविड शेफर्ड के बाद दूसरे ऐसे अंपायर बने जिन्होंने 150 से ज्यादा मैचों में अंपायरिंग की, वहीं टेस्ट क्रिकेट फॉर्मेट में 200 से ज्यादा मैचों में अंपायरिंग करने वाले स्टीव बकनर के बाद दूसरे अंपायर बने.
रूडी कर्टजन के निधन के बाद पूरा क्रिकेट जगत गमगीन हो गया है. उनके इस खबर को सुनकर उनके साथी अंपायर अलीम डार ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी और कहा कि “यह उनके परिवार के लिए और फिर दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट के लिए सबसे बड़ी क्षति है. मैं उनके साथ इतने सारे खेलों में खड़ा था. वह न केवल एक अंपायर के रूप में बहुत अच्छे थे, बल्कि एक उत्कृष्ट सहयोगी भी थे. हमेशा मैदान पर बहुत सहयोगी और भी मैदान के बाहर मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. खिलाड़ी उनका काफी सम्मान भी करते थे.”
रूडी के निधन के बाद भारत के पूर्व आतिशी खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि उनके परिवार के प्रति संवेदना. उनके साथ बहुत अच्छे संबंध थे. जब भी मैं तेजतर्रार शॉट खेलता था तो वह मुझे यह कहते हुए डांटते थे, “समझदारी से खेलो, मैं तुम्हारी बल्लेबाजी देखना चाहता हूं.”
रूडी कर्टजन ने अंतिम बार अंपायरिंग 2011 के आईपीएल में की थी, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर खेल रहे है. डिस्पैच क्रिकेट क्लब, जिसके कर्टजन एक सम्मानित सदस्य थे और जिस क्लब की उन्होंने अंत तक मदद की, ने इस दिग्गज को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.