जब से इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास लिए है, तब से वनडे क्रिकेट फॉर्मेट पर ही सवाल खड़े होने लगे हैं. पूर्व खिलाड़ियों ने अब इसपर बहस बाजी शुरू कर दी है. क्रिकेट में अभी दो टॉपिक पर जिसका मन हो रहा है वो बोल दे रहा है. पहला यही कि एकदिवसीय क्रिकेट और दूसरा विराट कोहली का फॉर्म. तो जिस पर भी कोई भी बड़े या पूर्व खिलाड़ी अपना बयान देते रहेंगे, हम आप तक पहुंचाते रहेंगे. तो आज खबर है एकदिवसीय क्रिकेट के ऊपर बहस को लेकर. इस पर डिबेट को आगे बढ़ाया है अब ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने.
उन्होंने कहा है कि क्रिकेट में पहले ही काफी टी10 लीग आ चुकी है और इस तरह देखा जाए तो जल्द ही यह प्रारुप ज्यादा लोकप्रिय हो जाएगा. टी-10 को अधिक मनोरंजन देने वाला माना जाना चाहिए लेकिन यह ऐसा प्रारुप नहीं है जो पेशेवर खिलाड़ियों को अपनाना चाहिए.
इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि ‘इस विषय पर बहस लंबे समय पहले ही हो जानी चाहिए थी. पर अब भी ज्यादा देर नहीं हुई है लेकिन अब प्रारूपों की सूची बढ़ गई है जो महिलाओं के खेल की मजबूती और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से भी हुआ है. पिछले कुछ दशकों में खेलने की शैली में बड़ा बदलाव हुआ और क्रिकेट के भविष्य को लेकर कोई ‘ब्लूप्रिंट’ भी नहीं है. अब सुर्खियों में टी-20 है, जिसमें टेस्ट क्रिकेट के बारे में कभी कभार ही खिलाड़ी जिक्र करते हैं.’
बेन स्टोक्स के एकदिवसीय क्रिकेट फॉर्मेट में संन्यास लेने के बाद से कई पूर्व खिलाड़ियों ने उनके फैसले को सही ठहराया है और कहा है कि क्रिकेट के तीनों ही प्रारूप को लगातार खेलना मुश्किल सा होता जा रहा है. वहीं कुछ दिन पहले पाकिस्तान के पूर्व तूफानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी ने कहा था कि 50 ओवर वाले फॉर्मेट को 40 ओवर का कर देना चाहिए, जिसे भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने सपोर्ट भी किया था.