मैच फिक्सिंग का मामला क्रिकेट में आय दिनों आता रहता है। वहीं फिर से एक मामला सामने आया है। दरअसल वेस्टइंडीज के विकेटकीपर बल्लेबाज डेवॉन थॉमस पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया गया हैं, जिस वजह से इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने उन्हें टेम्परोरी क्रिकेट खेलने पर बैन कर दिया हैं। दरअसल इस खिलाड़ी पर 1 या 2 या फिर 3 नहीं, बल्कि 7 आरोप लगाए गए है मैच फिक्सिंग के, जिसमें मैच का रिजल्ट फिक्स करने की कोशिश और फिर सबूतों को मिटाने का आरोप शामिल हैं।
33 वर्षीय थॉमस ने कई बड़े लीग में मैच फिक्सिंग का काम किया हैं। जो 7 आरोप लगाए गए हैं थॉमस पर, उसमें से 4 आरोप लंका प्रीमियर लीग से संबंधित हैं, जो कि 2021 में हुआ था। ताजूब की बात यह है कि थॉमस लंका प्रीमियर लीग में कैंडी वॉरियर्स की तरफ से सिर्फ एक मुकाबला खेले थे। वहीं 2 आरोप कैरेबियन प्रीमियर टी20 टूर्नामेंट के मैचों से भी संबंधित हैं, जोकि 2021 में ही खेला गया था। उसके बाद 1 आरोप संयुक्त अरब अमीरात में टी20 क्रिकेट लीग के मैचों से जुड़ा है और वो भी 2021 में ही खेला गया था। वहीं आईसीसी ने तीनों ही बोर्ड को जांच करने के लिए कहा हैं। क्रिकेट वेस्टइंडीज ने कहा भी है कि वह जांच का पूरा समर्थन करेगा और क्रिकेट में भ्रष्टाचार की निंदा भी करता हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डेवॉन थॉमस इंटरनेशनल क्रिकेट में 2009 में आए थे और अब तक सिर्फ 21 वनडे और 12 टी20 मुकाबले खेले हैं अपनी टीम की तरफ से। वहीं पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र डे-नाईट टेस्ट मैच थॉमस खेले थे। वहीं अंतिम वनडे मुकाबला इस खिलाड़ी ने 2013 में ही खेला था। वहीं 2011 के विश्व कप में भी यह वेस्टइंडीज टीम का हिस्सा थे।
डेवॉन थॉमस को 14 दिन के रिमांड पर रखा गया है, और कहा गया है कि उन्हें खुद को अपने बचाव करने का और अपनी बात कहने का पूरा मौका दिया जाएगा। तो देखते है, इस मामले में और आगे क्या बात होती। लेकिन जब तक इस केस में कुछ बातें सामने नहीं आ जाती, तब तक थॉमस का अपनी टीम के लिए क्रिकेट खेलना मुश्किल सा लग रहा हैं।