आईसीसी विश्व कप फाइनल के मैच में बाउंड्री के आधार पर विजेता बनाने के नियम पर क्रिकेट फैन्स के साथ कई दिग्गज क्रिकेटर्स ने आलोचना की थी। बता दें कि आईसीसी ने अब इस नियम को हटा दिया है। आईसीसी के इस फैसले के बाद न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर जिम्मी नीशम ने ट्वीट करके मजाक उड़ाया है।
विश्व कप फाइनल के विजेता इंग्लैंड आईसीसी के इसी बाउंड्री के आधार के अनुसार विजेता बना था जिसकी वजह से न्यूजीलैंड को हार का सामना करना पड़ा था। विश्व कप का फाइनल मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था।
मैच टाई होने से दोनों के बीच सुपर ओवर खेला गया लेकिन वह भी टाई हो गया जिसके बाद इंग्लैंड को विजेता बाउंड्री के आधार पर बनाया गया। सोमवार को आईसीसी ने इस नियम में बदलाव करते हुए कहा है कि सुपर ओवर तब तक खेला जाएगा जब तक मैच का विजेता नहीं मिल जाता।
JUST IN: ICC scraps boundary count as a way to decide results of semi-finals and finals in ICC events.
Henceforth, if a Super Over is tied, it will be repeated until one team has more runs than the other.
— Cricbuzz (@cricbuzz) October 14, 2019
न्यूजीलैंड के खिलाड़ी नीशम ने आईसीसी के इस नियम के बदलने के बाद ट्वीट करते हुए कहा कि, अगला एजेंडाः टाइटैनिक पर बर्फ देखने के लिए अच्छी दूरबीन। जबकि न्यूजीलैंड टीम के पूर्व बल्लेबाज कोच क्रेग मैकमिलन ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि आईसीसी ने थोड़ी देर कर दी।
Next on the agenda: Better binoculars for the Ice spotters on the Titanic https://t.co/nwUp4Ks3Mp
— Jimmy Neesham (@JimmyNeesh) October 14, 2019
Bit late @ICC https://t.co/cT6PS1oMw3
— Craig McMillan (@cmacca10) October 14, 2019
इसके साथ ही न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के मुख्य कार्यकारी डेविड व्हाइट ने भी ट्वीट करके कहा कि, खुशी है कि विश्व कप के विवादित फाइनल के बाद आईसीसी ने अपने इस नियम को बदला। भविष्य के लिए यह बेहतर फैसला। अतीत को हम बदल नहीं सकते, लेकिन हमें खुशी है कि बेहतर समाधान निकाला गया है।
आईसीसी की बोर्ड की इस बैठक के बाद बयान जारी करते हुए कहा कि, आईसीसी क्रिकेट समिति, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों सीईसी की समिति की सिफारिश के बाद यह सहमति बनीं की सुपर ओवर का उपयोग आईसीसी के मैचों में जारी रहेगा और इसे तब तक किया जाएगा जब तक टूर्नामेंट का परिणाम स्पष्ट तरीके से नहीं निकल जाए।
इस मामले में क्रिकेट समिति और सीईसी दोनों सहमत थे कि खेल को रोमांचक और आकर्षक बनाने के लिए एकदिवसीय और टी20 विश्व कप के सभी मैचों में इसका इस्तेमाल किया जाएगा।