भारत ने तीसरे और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां इंग्लैंड को सात रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीती। भारत ने पहले बल्लेबाजी के लिये आमंत्रित करने पर 48.2 ओवर में 329 रन बनाये। इंग्लैंड ने इसके जवाब में नौ विकेट पर 322 रन बनाये। शिखर धवन, ऋषभ पंत और हार्दिक पंड्या ने अर्धशतक जमाये लेकिन बड़ा स्कोर बनाने के प्रयास में भारत रविवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे और निर्णायक एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 329 रन तक ही पहुंच पाया।
भारत का लक्ष्य 360 से अधिक रन का था क्योंकि पिछले मैच में इंग्लैंड ने 337 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल कर दिया था लेकिन लंबे शॉट खेलने के प्रयास में विकेट गंवाने से वह इस रणनीति में सफल नहीं हो पाया। धवन (56 गेंदों पर 67 रन, 10 चौके) और रोहित शर्मा (37 गेंदों पर 37 रन, छह चौके) ने पहले विकेट के लिये 103 रन जोड़कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन बीच के ओवरों में चार विकेट जल्दी निकलने से स्कोर चार विकेट 157 रन हो गया।
इसके बाद ऋषभ पंत (62 गेंदों पर 78) और हार्दिक पंड्या (44 गेंदों पर 64) ने 99 रन जोड़कर स्थिति संभाली। इन दोनों ने समान पांच चौके और चार छक्के लगाये। शीर्ष क्रम लड़खड़ाने के बाद ऋषभ और हार्दिक को संभलकर खेलने की भी जरूरत थी जिसमें वे नाकाम रहे। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इसका फायदा उठाया।भारत ने आखिरी चार विकेट तो आठ रन के अंदर गंवा दिये। इंग्लैंड की तरफ से मार्क वुड ने 34 रन देकर तीन और आदिल राशिद ने 81 रन देकर दो विकेट लिये। सिक्के की उछाल में विराट कोहली का भाग्य फिर से नहीं चला और भारत को पहले बल्लेबाजी के लिये उतरना पड़ा।
धवन और रोहित ने शतकीय साझेदारी निभाकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलायी लेकिन इसके बाद 18 रन के अंदर दोनों सलामी बल्लेबाजों के अलावा कप्तान कोहली (सात) का विकेट गंवाने से टीम दबाव में आ गयी। राशिद ने रोहित को गुगली पर गच्चा देकर बोल्ड करके भारतीयों की इस तरह की गेंदों को खेलने की कमजोरी फिर उजागर की।धवन भी गुगली को समझने में नाकाम रहे और राशिद को वापस कैच दे बैठे जबकि मोईन अली (39 रन देकर एक) की ऑफ स्टंप के बाहर पिच की गयी गेंद टर्न लेकर लेग स्टंप थर्रा गयी। कोहली इस टर्न से हैरान थे।
केएल राहुल (सात) के जल्दी पवेलियन लौट जाने से स्थिति गंभीर लगने लग गयी थी लेकिन ऋषभ और हार्दिक ने अपने नैसर्गिक अंदाज में बल्लेबाजी की और जल्द ही टीम पर से दबाव भी कम कर दिया। लियाम लिवंगस्टोन (20 रन देकर एक) ने राहुल को शार्ट फाइन लेग पर कैच कराकर अपने करियर का पहला विकेट लिया लेकिन पंत ने उनके अगले ओवर में छक्का और फिर चौका जड़कर उल्टे गेंदबाज पर दबाव बना दिया।
हार्दिक ने मोईन के एक ओवर में तीन छक्के लगाये। पंत ने राशिद पर छक्का लगाकर 45 गेंदों पर अपना तीसरा अर्धशतक पूरा किया और फिर सैम करेन पर चौका लगाकर पिछले मैच में बनाये गये अपने सर्वोच्च स्कोर 77 रन को पार किया लेकिन इसके तुरंत बाद जोस बटलर ने एक हाथ से उनका कैच लपक दिया।
हार्दिक 36 गेंदों पर अपने सातवें अर्धशतक तक पहुंचे और इसी ओवर में राशिद की गेंद छक्के के लिये भेजी लेकिन बेन स्टोक्स (45 रन देकर एक) की गेंद फ्लिक करने में चूकने से बोल्ड हो गये।ठाकुर ने मौके का फायदा उठाया और लंबे शॉट खेलने के अपने कौशल का अच्छा नमूना पेश किया तथा तीन छक्कों की मदद से 21 गेंदों पर 30 रन बनाये। क्रुणाल पंड्या पहले मैच की तरह रंग में नहीं दिखे और उन्हें 34 गेंदों पर 25 रन बनाने के लिये संघर्ष करना पड़ा। इस बीच वह गेंद को सीमा रेखा तक नहीं पहुंचा पाये।