भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने शनिवार को यहां कहा कि देश अगर 2032 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के सपने को साकार करना चाहता है तो इन खेलों में ‘दोहरे अंक’ में पदक जीतना शुरू करना होगा। बत्रा के हाल ही में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के सदस्य चुने जाने पर भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने अपनी वार्षिक आम बैठक में उन्हें सम्मानित किया।
बत्रा ने कहा, ‘‘हम 2032 में ओलंपिक, 2030 में एशियाई खेलों और 2026 में युवा ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। ऐसे में अगर हम ओलंपिक में ज्यादा पदक जीतने में सफल नहीं रहे तो मेजबानी हासिल करना मुश्किल होगा। लोग कहेंगे की भारत ने ओलंपिक में काफी कम पदक जीते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे में हमें दोहरे अंक में पदक जीतने होंगे। हमें तोक्यो ओलंपिक में 10 से12, 2024 में 25 तक पदक और 2028 ओलंपिक में लगभग 40 पदक जीतने होंगे। जब तक हम लक्ष्य निर्धारित नहीं करेंगे, हम कुछ हासिल नहीं कर सकते। मुझे लगता है कि ये ऐसे लक्ष्य हैं जिन्हें हासिल किया जा सकता है।’’