टीम इंडिया इस वक्त साउथ अफ्रीका दौरे पर गयी है। जहां वो रविवार यानी 26 दिसंबर से साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेलेगी। ये मैच बॉक्सिंग डे टेस्ट है लेकिन क्या आप जानते हैं इस मैच को बॉक्सिंग डे टेस्ट क्यों कहा जा रहा है? शायद नहीं! तो चलिए हम आपको बताते हैं की इस मैच का नामकरण कैसे हुआ।
दरअसल, कई देशों में क्रिसमस (25 दिसंबर) के अगले दिन यानी 26 दिसंबर को बॉक्सिंग-डे कहा जाता है। और इस दिन शुरू होने मैचों को बॉक्सिंग डे टेस्ट बोल दिया जाता है। इस दिन से लेकर नए साल तक यानि 1 जनवरी तक लोग छुट्टियां मनाते हैं। क्रिकेट के शौकीनों के लिए टेस्ट मैच से बेहतर छुट्टियां मनाने का तरीका क्या हो सकता है पूरे पांच दिन क्रिकेट का मजा और छठे दिन नए साल का स्वागत। लेकिन 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे क्यों कहा जाता है इसके भी कई कारण है। एक कारण है कि पारंपरिक बॉक्स(बक्सों) को इस दिन पारंपरिक तरीके से चर्च में खोला जाता है, एक दूसरे कारण के मुताबिक नौकरों को क्रिसमस के दिन काम करने के बदले में 26 दिसंबर को गिफ्ट दिए जाते हैं। इस दिन को फीस्ट डे के रूप में भी मनाया जाता है।
बॉक्सिंग डे के दिन क्रिकेट मैच खेले जाने का इतिहास 100 साल से भी पुराना है। टेस्ट क्रिकेट के शुरुआती दिनों में क्रिसमस से एक दिन पहले मैच शुरू होना आम बात थी। लेकिन बॉक्सिंग डे के दिन की मेजबानी करने की परंपरा का आगाज 1990 के दशक से ऑस्ट्रेलिया ने किया। जबकि दक्षिण अफ्रीका ने 1992 में भारत के खिलाफ पहला बॉक्सिंग डे टेस्ट खेला था। जो टीमें अमूमन बॉक्सिंग डे मैच खेलती हैं, उनमें ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका प्रमुख हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया की इस बार बॉक्सिंग डे टेस्ट में इंग्लैंड से भिड़ंत होगी। ये मैच एशेज सीरीज का तीसरा मुकाबला होगा।