मैनचेस्टर : पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व कप सेमीफाइनल में महेंद्र सिंह धोनी को सातवें नंबर पर उतारकर भारी गलती की। हार्दिक पंड्या और दिनेश कार्तिक को धोनी से पहले भेजा गया जब भारत के चार विकेट 24 रन पर निकल गए थे। लक्ष्मण ने कहा कि धोनी को पंड्या से पहले भेजा जाना चाहिये था। यह भारी तकनीकी चूक थी। धोनी को दिनेश कार्तिक से पहले आना चाहिये था।
2011 में वह युवराज सिंह की जगह चौथे नंबर पर आये और विश्व कप जिताया। गांगुली ने कहा कि बात सिर्फ धोनी की बल्लेबाजी की नहीं बल्कि दूसरे छोर पर युवा बल्लेबाजों पर उनके प्रभाव की भी थी। ऋषभ पंत और पंड्या खराब शाट खेलकर आउट हुए। गांगुली ने कहा कि भारत को उस समय अनुभव की जरूरत थी। पंत के क्रीज पर रहने के समय धोनी साथ होते तो उसे हवा के विपरीत वह शाट नहीं खेलने देते। इंग्लैंड में यह काफी अहम है।
उन्होंने कहा कि धोनी को ऊपर भेजना चाहिये था। आपको उसके शांत स्वभाव की उस समय जरूरत थी। वह रहते तो ऐसे विकेट नहीं गिरते। जडेजा की बल्लेबाजी के समय धोनी थे और दोनों का तालमेल गजब का था। सातवें नंबर पर धोनी को भेजना गलत था। सचिन तेंदुलकर ने कहा कि सवाल यह है कि ऐसे हालात में क्या आपको अनुभव के आधार पर धोनी को ऊपर नहीं भेजना चाहिये था । आखिर में वह लगातार जडेजा से बात करता रहा और हालात उसके नियंत्रण में थे।