नया साल शुरु हो चुका है और भारतीय टीम नए सिरे से अपने पीछे की सारी कहानी को भुला कर एक नई कहानी लिखने की ओर प्रस्थान करेगी। इस बात से तो सब वाकिफ है कि 2022 भारतीय टीम के लिए कुछ खास नहीं रहा और इसलिए ही शायद साल के पहले ही दिन बीसीसीआई ने भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा, कोच राहुल द्रविड़, एनसीए अध्यक्ष वीवीएस लक्ष्मण, पूर्व चयन समिति के अध्यक्ष चेतन शर्मा के साथ मिलकर एक मीटिंग गठित की, जिसमें भारतीय टीम के कई कमजोरियों पर, कई खामियों पर और कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किए गए। आइए वीडियो के जरिए जानते है कि कल के दिन हुए आखिर भारतीय टीम को लेकर मीटिंग में क्या-क्या बातचीत हुई।
दरअसल पिछले साल भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी बूरा रहा। साल की शुरुआत ही साउथ अफ्रीका के खिलाफ हार से हुई थी, उसके बाद फिर इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच हुए, वो भी टीम इंडिया हार गई। इसके बाद एशिया कप में भारत को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। फिर विश्व कप में 10 विकेट से सेमीफाइनल में इंग्लैंड से करारी हार का सामना करना पड़ा। तो ये कुछ चिंता के विषय पर कल चर्चा हुई और इसका हल निकालने की कोशिश की गई। तो हल निकालने का सबसे पहला तरीका जो निकाला गया वो ये था कि भारतीय टीम के मुख्य खिलाड़ी कप्तान रोहित, विराट और हार्दिक को आईपीएस-2023 में आराम दिया जा सकता हैं। इसका मतलब है कि ये तीनों ही खिलाड़ी होने वाले आईपीएल का हिस्सा नहीं होंगे। हालांकि इस बात पर पूरी तरह से मुहर नहीं लगाई गई हैं क्योंकि ट्रेंड बदल चुका है और अब खिलाड़ी खुद अपनी मर्जी से आराम करने का फैसला करते हैं।
वहीं आईपीएल से खिलाड़ियों को बाहर रखने का फैसला इसलिए भी किया गया है क्योंकि वो काफी ज्यादा चोटिल भी हो रहे हैं। देखा जाए तो दीपक चाहर पूरे साल ही चोटिल रहे, वहीं बुमराह भी लगभग 3 महिने से पीठ की इंडरी से जूझ रहे हैं। रविंद्र जडेजा भी बीते एशिया कप से बाहर चल रहे हैं। इस सब को ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को आईपीएल से आराम देने का विचार किया है। वहीं रोहित शर्मा ने भी चोट की गंभीरता पर कहा कि “हमें कोशिश करनी होगी और इसकी तह तक जाना होगा। मुझे नहीं पता कि यह वास्तव में क्या है। हो सकता है कि वे बहुत अधिक क्रिकेट खेल रहे हों। हमें उन लोगों पर नजर रखने की कोशिश करने की आवश्यकता है, क्योंकि यह समझना महत्वपूर्ण है कि जब वे भारत के लिए आते हैं, तो उन्हें पूरी तरह फिट रहने की आवश्यकता होती है।”
वहीं अब भारतीय टीम के खिलाड़ियों को फिटनेस टेस्ट पास करने के लिए यो-यो टेस्ट के साथ साथ डेक्सा स्कैन में भी पास करना होगा। डेक्स स्कैन शरीर संरचना और हड्डी की मजबूती को मापने के लिए अंतरराष्ट्रीय मानक हैं। वहीं इससे खिलाड़ियों की हड्डी और मांसपेशियों के मजबूती का पता चलेगा। ये स्कैनिंग सिर्फ 10 मिनट का होता हैं। इसके बाद जो टीम में युवा खिलाड़ियों को जगह बनाने की बात कही गई, वो ये थी कि अब से ऐसा नहीं होगा कि जो खिलाड़ी आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया उसे भारतीय टीम में डायरेक्ट जगह मिल जाएगी बल्कि जो खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में भी बेहतर प्रदर्शन करेगी, उस पर भी बीसीसीआई की पैनी नजर रहेगी और वहां से भी खिलाड़ियों को उठा कर राष्ट्रीय टीम में डाला जा सकता हैं। वहीं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2021 के टी20 विश्व कप से पहले आईपीएल खेला गया था, जिसमें वेंकटेश अय्यर और वरुण चक्रवर्ती ने अपनी टीम केकेआर के लिए बेहतर प्रदर्शन किया था और उसी वजह से दोनों ही खिलाड़ी को विश्व कप में मौका दिया गया था, मगर दोनों ने विश्व कप में काफी ज्यादा निराश किया था। इसी वजह से अब सिर्फ आईपीएल के बेसिस पर खिलाड़ी को भारतीय टीम में जगह देने का फैसला नहीं किया जाएगा, उन्हें घरेलू टीम में भी अपना जलवा बिखेरना होगा।