किसी ने सच ही कहा है हिम्मत दिखाई नहीं बल्कि दिखाई जाती है और उड़ान हमेशा हौसलों से होती है। ऐसे में इसी से मिली-जुली मिसाल पेश की पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान ने। दरअसल ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध सेमीफाइनल मुकाबले से पहले दो दिन रिजवान ने अस्पताल के ICU में बिताए। ऐसे में जब तीसरे दिन जब देश को उनकी जरूरत थी तब वह बिना हिम्मत हारे मैदान पर पहुंचे।
दरअसल 11 नवम्बर को पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच टी20 विश्व कप 2021 का सेमीफइनल मुकाबला खेलना था। ऐसे में रिजवान अपने फेफड़े के इंफेक्शन को भूल ही गए उनकी सेहत में अभी थोड़ा ही सुधार था लेकिन जितना था उन्होंने उसे अपनी टीम के लिए लड़ने को लेकर काफी समझा। लिहाजा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिजवान अपनी टीम की ढाल बनकर खड़े हुए। वहीं अब चारों तरफ उनकी इस जज्बे की खूब तरफ हो रही है।
वैसे रिजवान अस्पताल से सीधा मैदान पर पाकिस्तान के लिए केवल मैच खेलने के लिए ही नहीं मैदान पर उतरे बल्कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले दूसरे सेमीफाइनल में अपनी टीम के टॉप स्कोरर भी रहे। रिजवान ने तबीयत खराब होने के बावजूद 87 मिनट बल्लेबाजी की। इस दौरान उन्होंने 52 गेंदों का सामना किया और 67 रन जड़े। रिजवान की इस पारी में चौके 3 रहे पर छक्कों की संख्या 4 रही।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पाक टीम भले ही दूसरा सेमीफाइनल मैच हार गई हो लेकिन, अपनी इस दिलेरी भरी पारी की वजह से रिजवान दुनिया का दिल जीतने में सफल रहे कामयाब रहे। क्योंकि उनके द्वारा इस तरह की हिम्मत की चर्चा हर तरफ हो रही है।
हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने सोशल मीडिया पर रिजवान की हॉस्पिटल से एक तस्वीर पोस्ट और लिखा रिजवान ने जो कहा उस पर यकीन करना मुश्किल है।
वैसे ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध मोहम्मद रिजवान की अर्धशतकीय पारी के बाद भी पाकिस्तान को जीत ना मिली हो लेकिन अपनी शानदार पारी में 4 छक्के जड़कर रिजवान T20 इंटरनेशनल में इस साल के सिक्सर किंग जरूर बन गए। वो अब वेस्ट इंडीज के एविन लुईस के साथ T20 इंटरनेशनल में इस साल सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं।