कोविड-19 का समय आम लोगों से लेकर क्रिकेटरों के लिए मुश्किल भरा रहा। बायो-बबल और क्वारंटाइन की वजह से खिलाड़ियों का जीवन कठिन हो गया है। इस बीच टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय को लेकर एक बेहद चौंका देने वाली खबर सामने आ रही है। ऐसा कहा जा रहा है इस खिलाड़ी ने कथित तौर पर कोविड-19 वैक्सीन का टीका लगवाने से साफ इंकार कर दिया है।
दरअसल बीसीसीआई इस वक्त घरेलू टी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी आयोजित की और बोर्ड ने इस खतरनाक वायरस से सुरक्षित रहने के लिए कोविड-19 वैक्सीन को लगवाना सभी खिलाड़ियों के लिए जरूरी कर रखा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुरली बायो बबल में भी एंट्री नहीं लेना चाहते हैं और इसलिए वे तमिलनाडु की टीम और टूर्नामेंट से दूर हैं, साथ ही उन्होंने क्रिकेट से दूरी भी बना ली है।
एक निजी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर मुरली विजय कोविड नियमों का पालन भी कर लेते हैं तब भी उनको टीम में शामिल किया जाना पक्का नहीं है। ऐसा इस वजह से क्योंकि 37 साल के इस क्रिकेटर ने पिछले दो साल ज्यादा समय में कोई घरेलू टूर्नामेंट नहीं खेला है। साथ ही उन्होंने घरेलू टीम तमिलनाडु के लिए अपना आखिरी मैच 2019 में कर्नाटक के खिलाफ खेला था। यही वजह है कि सिलेक्टर्स ने अपनी मीटिंग में उनके बारे में चर्चा तक नहीं की।
मुरली विजय का इंटरनेशनल करियर
बताते चले, टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने भारत के लिए 61 टेस्ट खेले हैं, जिसमें उन्होंने 38.3 की औसत से 3982 रन बनाए हैं। इसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल रहे हैं। टेस्ट के अलावा उन्हें वनडे क्रिकेट में भी खेलने का मौका मिला है। उन्होंने नेशनल टीम के लिए 2018 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आखिरी टेस्ट खेला था।