कल न्यूजीलैंड का पाकिस्तान दौरा एक यादगार पल के साथ खत्म हुआ। दोनों देश के बीच कल वनडे सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला खेला गया, जहां न्यूजीलैंड ने 2 विकेट से जीत हासिल कर सीरीज पर कब्जा जमा लिया। पहले यह सीरीज 1-1 से बराबर पर था। दोनों टीमों को यह मुकाबला जीतना जरूरी थी, जिसमें कीवियों ने बाजी मार ली। इस सीरीज के स्टार रहे डेवोन कॉन्वे, जिन्होंने 3 मैचों में कुल मिलाकर 153 रन बनाएं। वहीं कल का दिन किवी मध्यक्रम बल्लेबाज ग्रेन फिल्पस ने नाम रही, जिन्होंने 42 गेंदों पर 4 चौके और इतने ही छक्के की मदद से 63 रन बनाए।
पहले इंग्लैंड और अब न्यूजीलैंड, पाकिस्तान का दौरा जो भी टीम कर रही हैं, वो मेजबानों को हरा कर, एक इतिहास रच कर चली जा रही हैं। पिछले साल से ही विदेशी टीम पाकिस्तान दौरा करना शुरू की है, मगर यह खुद पाकिस्तान के लिए एक मुसीबत खड़ी कर दी हैं। बीते सात टी20 विश्व कप से पहले इंग्लैंड ने पाकिस्तान का दौरा सात टी20 माचों के सीरीज के लिए किया था, जिसे अंग्रेजों ने 4-3 से जीत लिया। इसके बाद विश्व कप खेला गया, जिसके फाइनल में दोनों देश टकराई, मगर वहां भी बाबर आजम की कप्तानी में यह भी इंग्लैंड से बदला नहीं ले पाई। हालांकि विश्व कप का फाइनल में ऑस्ट्रेलिया में खेला जा रहा था। इसके बाद एक बार फिर इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान पहुंची जहां, दोनों देशों के बीच 3 मैचों का टेस्ट सीरीज खेला जाना था। उस सीरीज को भी इंग्लैंड ने एकतरफा तरिके से जीत लिया। तीनों ही मुकाबलों में एक भी ऐसा पल नहीं आया, जिसे देख कर पाकिस्तान सपोटर्स भी कहते कि ये मैच पाकिस्तान जीत सकता हैं।
वहीं इंग्लैंड जब जीत के साथ घर लौटी तो बारी थी न्यूजीलैंड की स्वागत की। पाकिस्तान एक बार फिर मेजबानी के लिए तैयार तो था, मगर थोड़ा आत्मविश्वास में कमी आ गई थी। पर फिर भी पुरानी बातों को भुलाकर पाकिस्तान आगे बढ़ना चाही। दोनों देश के बीच पहले 2 टेस्ट और फिर 3 वनडे मैचों का सीरीज होना था। पहले तो बाबर आजम की टीम टेस्ट सीरीज हारते-हारते बच गई, जहां दूसरे टेस्ट के आखिरी पल में निर्णय न्यूजीलैंड की झोली में जा सकता था, मगर 4 साल बार टीम में कमबैक करने वाले सरफराज अहमद ने पाकिस्तान की डूबती नैया को पार कराया और बाबर की नाक कटने से बचा ली। यहां एक कहावत याद आता है मुझे- आसमान से गिरे, खजूर में अटके। इसका मतलब है कि एक मुसीबत से निकल तो गए, मगर उससे बड़ी मुसीबत सामने खड़ी हो गई। बाबर की टीम टेस्ट सीरीज तो बचाने में कामयाब हो गई, मगर वनडे सीरीज को नहीं बता पाई और एक बार फिर से बाबर आजम की बेइज्जती भी हुई और कप्तानी पर सवाल भी खड़े होने शुरू हो गए।
पाकिस्तान को इस हार के बाद सीखने के लिए बहुत कुछ हैं। इस टीम की बल्लेबाजी क्रम काफी कमजोर दिखाई दे रही हैं। हालांकि कल पहले बल्लेबाजी करते हुए फखर जमान ने शतक लगाया और मेहमानों के सामने 281 रनों का लक्ष्य रखा। वहीं इसके बाद भी बाबर अपनी टीम को जीत दिला सकते थे, अपनी कप्तानी के बदौलत, मगर वैसा नहीं हुआ। अब इस हार के बाद देखना है कि पाकिस्तान के नए अंतरिम सेलेक्टर शाहिद अफरीदी टीम में क्या परिवर्तन करते है या बाबर की जगह कोई और पाकिस्तान की कमान संभाल सकते हैं।