भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्र अश्विन ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपने शुरुआती वर्षों में वह महेंद्र सिंह धोनी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करना चाहते थे। उन्होंने कहा कि धोनी हमेशा से उन्हें असाधारण रूप से कुशल गेंदबाज मानते हैं।
अश्विन ने स्पोर्ट्स वेबसाइट से बातचीत के दौरान कहा,धोनी हमेशा कहते थे कि मैं असाधारण रूप से कुशल हूं और आप जो कुछ भी करते हैं, उसे करते रहना चाहिए। आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपर किंग्स के साथ अश्विन को 2008 में अनुबंध मिला था। उन्होंने कहा, आईपीएल और चेन्नई सुपर किंग्स एक ऐसा मंच है, जिसे सभी हासिल करना चाहते हैं। मेरे लिए यह पहचान बनाने का जरिया था। धोनी को नहीं पता था कि अश्विन कौन है, (मैथ्यू) हेडन और (मुथैया) मुरलीधरन को नहीं पता था कि अश्विन कौन है। पहली चीज जो मेरे दिमाग में आई वह यह थी कि मैं इन लोगों को दिखाऊंगा कि अश्विन यहां है।
स्टार आफ स्पिनर ने धोनी को लेकर कहा कि चैलेंजर ट्रॉफी के दौरान उन्होंने उन्हें आउट कर दिया था और फिर वहीं से उन्होंने धोनी का ध्यान अपनी ओर खींचा। अश्विन ने कहा, मेरी उनसे कभी लंबी बात नहीं हुई। इसके लिए मुझे नेट पर धोनी को आउट करना था। वह मुरलीधरन पर छक्के मार रहे थे और मैंने सोचा कि अगर मैं उससे बेहतर गेंदबाजी करूंगा तो मुझे मुरली पर तरजीह मिल सकती है। उन्होंने कहा, मैंने चैलेंजर ट्रॉफी के दौरान धोनी को आउट करके और फिर छोटे बच्चे की तरह जश्न मनाकर उनका ध्यान खींचा।