बीते शनिवार को भारतीय टीम ने हेडिंग्ले में श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी लीग मैच खेला था। उस मैच में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और स्पिनर युजवेंद्र चहल को आराम दिया गया था। शमी और चहल की जगह श्रीलंका के खिलाफ इस मैच में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और स्पिनर रवींद्र जडेजा को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया था। श्रीलंका को इस मैच में भारत ने 7 विकेट से हरा दिया। श्रीलंका को आखिरी लीग मैच में हारने के बाद अंक तालिका में भारत 15 अंकों के साथ पहले स्थान पर है।
आखिरी मैच में भारत ने अपने प्लेइंग इलेवन में इसलिए बदलाव किए थे ताकि बड़े मैच से पहले उनके मुख्य खिलाड़ियों को आराम मिल सके। लेकिन इस बारे में तो पाकिस्तान के क्रिकेट एक्सपर्ट का सोचना बिल्कुल ही अलग है। पाकिस्तानी क्रिकेट विशेषज्ञ के अनुसार श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम ने शमी को इसलिए नहीं मौका दिया क्योंकि भाजपा पार्टी का एजेंडा है कि वह मुस्लिमों को आगे नहीं बढ़ने नहीं देना चाहते।
पाकिस्तान के खिलाफ लीग मैच में भारतीय टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार हैमस्ट्रिंग के चलते चोटिल हो गए थे जिसके बाद अंतिम ग्यारह में मोहम्मद शमी को मौका दिया गया था। आईसीसी विश्व कप 2019 में मोहम्मद शमी ने अब तक 4 मैच खेलते हुए 14 विकेट लिए हैं।
शमी ने लगातार दो मैच में चार-चार विकेट लिए हैं तो वहीं एक मैच में पांच विकेट लिए हैं। इतना ही नहीं विश्व कप इतिहास में मोहम्मद शमी हैट्रिक लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। श्रीलंका के खिलाफ मैच में शमी काे आराम देकर भुवी को मौका दिया गया।
शमी पर दिया पाकिस्तानी क्रिकेट एक्सपर्ट ने बेतुका बयान
पाकिस्तान के क्रिकेट एक्सपर्ट ने भारतीय टीम में शमी की जगह भुवी को श्रीलंका के खिलाफ मौका देने में खुश नजर नहीं आए। पाकिस्तान के एक न्यूज चैनल पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय टीम ने तेज गेंदबाज को मौका नहीं दिया क्योंकि उन पर भाजपा का दबाव था।
VIDEO: India rested Shami yesterday against Sri Lanka on Modi’s order as he doesn’t want Muslims to play for team and break records – Pakistan’s cricket analysts pic.twitter.com/BVv2bLwpUD
— Navneet Mundhra (@navneet_mundhra) July 7, 2019
एक्सपर्ट ने कहा, मैं शमी को बाहर नहीं करता। इस गेंदबाज ने चार मैचों में 14 विकेट लिए हैं। आपने अचानक उन्हें बाहर बैठा दिया। वह रिकॉर्ड बनाने के करीब हैं। वह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में शीर्ष दो या तीन में पहुंच सकते थे। मुझे समझ नहीं आया कि उन्हें बाहर क्यों बैठाया। मेरे ख्याल से शमी को बाहर बैठाने के लिए भारतीय टीम पर दबाव था। मुझे लगता हे कि शमी को बाहर बैठाने का कारण भाजपा का मुस्लिमों को आगे नहीं बढ़ने देने का एजेंडा है।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब धर्म का विषय शमी पर बात करते हुए उठाया गया है। इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर अब्दुल रज्जाक ने एक टीवी चैनल पर बात करते हुए मुसलमान शमी की जमकर तारीफ की जबकि इंग्लैंउ के खिलाफ भारत की हार के लिए बाकी गेंदबाजों को खरीखोटी सुनाई गई।
मंगलवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले पहले सेमीफाइनल में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि प्लेइंग इलेवन में मोहम्मद शमी को मौका दिया जा सकता है। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में यह मैच दोनों टीमों के बीच में खेला जाना है।