ऋद्धिमान साहा ने कई मुकाबलों को जीतने में टीम इंडिया में एहम भूमिका निभाई है लेकिन अब वो टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं। उन्हें श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चुनी टीम इंडिया में भी मौका नहीं मिला । बस उसके बाद से ही भारत के ये विकेटकीपर बल्लेबाज चर्चाओं में हैं। जिसके बाद उनके उनके कई सरे इंटरव्यू मीडिया में छाए हैं, इन्हीं में से एक बयान उनका BCCI के अध्यक्ष सौरव गांगुली से भी जुड़ा है। जो उन्होंने कानपुर टेस्ट के बाद दिया था।
पिछले साल नवंबर के आखिर में खेले उस टेस्ट के दौरान ऋद्धिमान साहा गर्दन की दर्द से जूझ रहे थे। उन्होंने उस दर्द में वो 61 रन की पारी खेली थी। हालत इतनी बुरी थी कि विकेटकीपिंग उनकी जगह उस मैच में केएस भरत ने की थी। साहा की उस इनिंग की तब गांगुली ने सराहना की थी। उन्होंने बताया कि, ” न्यूजीलैंड के खिलाफ 61 रन वाली नाबाद पारी के बाद दादा ने मुझे व्हाट्स एप मैसेज कर मुबारकबाद दी। और लिखा कि जब तक मैं BCCI में हूं, तुम टीम में हो।” उन्होंने कहा कि BCCI अध्यक्ष से इतनी बड़ी बात सुनने के बाद मेरा आत्मविश्वास और बढ़ गया था। लेकिन अब मैं ये समझ नहीं पा रहा हूं कि सबकुछ अचानक कैैसे बदल गया?
गांगुली के उस मैसेज के ढाई महीने के बाद की तस्वीर बिल्कुल अलग है। साहा टीम के अंदर नहीं बल्कि बाहर हैं। कोई नहीं बता रहा कि उन्हें ड्रॉप क्यों किया गया। चयन समिति के चीफ चेतन शर्मा कहते हैं कि हम इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। टीम में चयन नहीं होने के बाद साहा ने ये भी बताया कि हेड कोच राहुल द्रविड़ और टीम मैनेजमेंट ने उनसे संन्यास के बारे में विचार करने को भी कहा था।