एक भारतीय खिलाड़ी है जिसे घरेलू सीरीज में मौका नहीं मिलता, उसे कहा जाता है कि तुम्हें विदेशी दौरे पर मौका मिलेगा इसलिए तैयारी के लिए तुम्हें विरोधी टीम के घर भेजा जा रहा है। वो खिलाड़ी जबर्दस्त तैयारी करता है, लंबी पारियां खेलता है लेकिन जब सीरीज शुरू होती है तो उसे स्टेपनी की तरह इस्तेमाल किया जाता है, उसे पूरे मौके नहीं दिए जाते। हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के बल्लेबाज हनुमा विहारी की जिन्हें केपटाउन में खेलने का मौका नहीं मिला। जोहानिसबर्ग टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद हनुमा विहारी को तीसरे टेस्ट की प्लेइंग इलेवन से ड्रॉप कर दिया गया और खुद विराट कोहली उनकी जगह टीम में आए।
काफ़ी टाइम से टीम इंडिया का पूरा मिडिल ऑर्डर आउट ऑफ फॉर्म है। ना पुजारा रन बना रहे हैं ना रहाणे का बल्ला चल रहा है। खुद कप्तान कोहली रनों के लिय तरस रहे हैं लेकिन इसके बावजूद अच्छी फॉर्म में चल रहे हनुमा विहारी को मौका नहीं मिल रहा। आपको बता दें न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए विहारी को टीम में नहीं चुना गया था। इस बल्लेबाज को इंडिया ए टीम के साथ साउथ अफ्रीका दौरे पर भेजा गया ताकि वो वहां के हालात में ढल जाएं। हनुमा विहारी हालात में ढले और जबर्दस्त बल्लेबाजी भी की लेकिन अब उन्हें खेलने के लिए किसी खिलाड़ी के चोटिल होने का इंतजार करना पड़ रहा है।
हनुमा विहारी ने इंडिया ए टीम की तरफ़ से साउथ अफ्रीका के ख़िलाफ़ पूरी सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाए। उनके बल्ले से 3 मैचों में 75.66 की औसत से 227 रन निकले। जाहिर तौर पर हनुमा विहारी ने साउथ अफ्रीकी पिचों पर खुद को साबित किया और वो साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए पूरी तरह तैयार थे। लेकिन हनुमा को सेंचुरियन में मौका नहीं मिला। जोहानिसबर्ग में भी वो अचानक टीम में आए क्योंकि विराट कोहली की पीठ में खिंचाव आ गया था और केपटाउन में उन्हें फिर बेंच पर बैठा दिया गया था।