भारत की युवा टीम 18 अगस्त से जिम्बाब्वे के दौरे पर है, जहां वो 3 मैचों की वनडे सीरीज खेलने जा रही है. इस सीरीज के लिए काफी पहले ही टीम का फाइनल सेलेक्शन हो चुका था, जिसमें शिखर धवन को कप्तानी सौंपी गई थी. पर बीते गुरुवार को अचानक चयनकर्ताओं ने टीम में फेरबदल करते हुए शिखर धवन को कप्तानी से हटा दिया और केएल राहुल को टीम में शामिल करते हुए उन्हें कप्तानी की जिम्मेदारी भी दे दी गई. चयनकर्ताओं के इस फैसले से सबको लगने लगा कि गब्बर यानी की शिखर धवन इससे नाराज हो जाएंगे, पर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. वो एक हंसमुख इन्सान है, जो बस टीम के जीत पर ध्यान केंद्रित करते हैं.
भारत के पूर्व क्रिकेटर मनिंदर सिंह ने इस बात को लेकर कहा है कि ‘देखिए ये भारतीय चयनकर्ताओं का फैसला है और इसको लेकर किसी के भी मन में कोई सवाल नहीं होना चाहिए. जहां तक मैं शिखर धवन को जानता हूं तो वो इस तरह के इंसान हैं जिनके अंदर ऐसी बातों का कोई असर नहीं पड़ता है. धवन ने वैसे भी हालिया इंटरव्यू में इस बात पर साफ कह दिया था कि वह सिर्फ और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान देना चाहते हैं.’
इसके बाद मनिंदर सिंह ने शिखर धवन की खासियत बताते हुए कहा कि ‘गब्बर ऐसा खिलाड़ी है जो बेहद ही मस्त रहता है. कप्तानी मिली या कप्तानी से उनको हटा दिया गया ऐसी बातें उनके लिए मायने रखती ही नहीं हैं. वह एक बेहद मस्तमौला इंसान हैं और कुछ चीजें हैं जिससे उनके ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता है. तो चयनकर्ताओं ने केएल राहुल को कप्तान बनाया और धवन उप कप्तान होंगे ऐसी चीजें किसी भी तरह से उनके जीवन में मायने नहीं रखती, वह सिर्फ अच्छा खेलने पर ध्यान दे रहे हैं.’
यहां आपको बता दें कि चयनकर्ता ने यह फैसला इसलिए भी लिया है क्योंकि केएल राहुल जिम्बाब्वे दौरे के बाद एशिया कप में भी भारतीय टीम का हिस्सा होंगे और उप्कप्तान भी हो सकते हैं. तो हो सकता है कि उन्हें आगामी बड़े टूर्नामेंट में कप्तानी की भी जिम्मेदारी उठानी पड़े और गब्बर फिलहाल भविष्य में होने वाले टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं हैं. वहीं एक और कारण केएल राहुल को जिम्बाब्वे दौरे पर भेजने का है कि वो आईपीएल के बाद से क्रिकेट नहीं खेले है, तो वो इस दौरे पर जाकर खुद को एक वार्म-अप दे सकते हैं.