भारत और इंग्लैंड के पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के पांचवे और आखिरी टेस्ट को कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों की वजह से रद्द कर दिया गया था। लेकिन मैच रद्द होने के बाद अभी भी इस पर घमासान जारी है। दरअसल कुछ लोग मैनचेस्टर टेस्ट नहीं खेलने को लेकर टीम इंडिया की कड़ी आलोचना कर रहे हैं। यही नहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा था कि भारत के खिलाड़ी आईपीएल से पहले पॉजिटिव मामले से डर गए थे, जो 19 सितंबर को यूएई में फिर से शुरू होगा।
ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस मामले में अपनी बात रखते हुए टीम इंडिया पक्ष लिया है। इस दौरान उन्होंने कहा, कोरोना चिंताओं के कारण भारतीय खिलाड़ियों ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में खेलने से मना किया। उन्होंने साथ ही इस बात को खारिज किया कि इस फैसले के पीछे आईपीएल की कोई भूमिका है।
गांगुली ने कहा, खिलाड़ियों ने खेलने से मना किया लेकिन आप उन्हें दोष नहीं दे सकते। फिजियो योगेश परमार खिलाड़ियों के करीबी संपर्क में थे। ऐसा तब ही हो सकता था जब नितिन पटेल खुद को आईसोलेट कर लेते।
उन्होंने कहा, वह इनकी मसाज करते थे और इनके दिनचर्या का हिस्सा थे। खिलाड़ी परेशान हो गए जब इन्हें पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हें इस बात का डर लगा कि कहीं वे इस वायरस की चपेट में नहीं आ जाएं। बबल में रहना आसान नहीं है। आपको इनके भावनाओं की कद्र करनी चाहिए।
बता दें, भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में होने वाला पांचवां टेस्ट मुकाबला भारतीय कैंप में कोरोना के मामले सामने आने के बाद टॉस होने से कुछ घंटे पहले ही रद्द कर दिया गया था।