नार्थ साउंड : भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली सहित तीन विकेट पहले आठ ओवर में गंवाने के बाद भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन गुरुवार को यहां लंच तक तीन विकेट पर 68 रन बनाये। आखिरी खबर मिलने तक भारत का चौथा विकेट भी गिर गया था और उस समय स्कोर 118 रन था। सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने शीर्ष क्रम के लड़खड़ाने के बाद पारी संवारने का बीड़ा उठाया और वह 44 रन पर आउट हो गए जबकि अंजिक्य रहाणे 45 रन बनाकर खेल रहे हैं।
वेस्टइंडीज की तरफ से केमार रोच ने 12 रन देकर दो और शैनोन गैब्रियल ने 26 रन देकर एक विकेट लिया है। कप्तान जैसन होल्डर ने भी अच्छी लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। दोनों टीमों के लिये विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के इस शुरुआती मैच में भारत ने पहले टास और फिर पांचवें ओवर में मयंक अग्रवाल और पुजारा के महत्वपूर्ण विकेट गंवाये जिन्होंने आस्ट्रेलिया में भारत की जीत में अहम भूमिका निभायी थी। सुबह की बारिश के कारण खेल देरी से शुरू हुआ और पिच में नमी थी।
ऐसे में ड्यूक गेंदों का सामना करना भारतीयों के लिये आसान नहीं रहा और रोच और गैब्रियल ने इसका पूरा फायदा उठाया। रोच की आगे पिच करायी गयी गेंदों में मूवमेंट था जिन्हें खेलने में भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी हुई। अग्रवाल (पांच) और पुजारा (दो) इसी तरह की गेंदों पर विकेट के पीछे कैच देकर पवेलियन लौटे। कोहली (नौ) भी दोहरे अंक में नहीं पहुंच पाये। भारतीय सलामी जोड़ी ने बेहद सतर्कता बरती। अग्रवाल ने रोच की ओवरपिच गेंद को बेहतरीन टाइमिंग से चार रन के लिये भी भेजा लेकिन पारी का पांचवां ओवर भारतीय टीम पर भारी पड़ गया। रोच की गेंद अग्रवाल के बल्ले के बेहद करीब से गुजरी तथा गेंदबाज और विकेटकीपर शाई होप सहित सभी करीबी क्षेत्ररक्षकों ने जोरदार अपील की लेकिन अंपायर रिचर्ड कैटलबोरोग टस से मस नहीं हुए।
होल्डर ने कुछ देर विचार करने के बाद रिव्यू लिया और ‘अल्ट्राऐज’ से पता चला कि गेंद बल्ले को स्पर्श करके गयी थी। अग्रवाल की जगह लेने उतरे पुजारा ने दो रन लेकर खाता खोला लेकिन इसी ओवर की आखिरी गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर होप के दस्तानों में चली गयी। लगभग सात महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहा भारतीय भरोसेमंद केवल चार गेंद का ही सामना कर पाया। कोहली ने शुरू से ही सकारात्मक बल्लेबाजी और गैब्रियल पर दो खूबसूरत चौके जमाये, लेकिन इस तेज गेंदबाज ने उनकी लगातार शार्ट पिच गेंदों पर परीक्षा ली। कोहली ऐसी ही गेंद पर खुद को कट करने से नहीं रोक पाये।