भारतीय टीम ने ज़िम्बाब्वे को तीसरे मैच में 13 रन से हरा कर सीरीज को 3-0 से अपने नाम किया। इस सीरीज में भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों को आराम देकर युवा खिलाड़ियों को टीम में रखा गया था। केएल राहुल की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन भी किया। सीरीज में शुभमन गिल ने सबसे अधिक रन बनाए वहीँ गेंदबाज़ो ने भी शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन भारतीय टीम में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी थे जो केवल बेंच पर बैठ बैठ दौरा पूरा कर लिया।
अक्सर ऐसा देखा जाता है की जो बड़ी टीम है छोटी टीमों के खिलाफ अपने नय खिलाड़ियों को मौका देती है। ज़िम्बाब्वे के खिलाफ भारतीय टीम ने भी युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जिसमें कई खिलाड़ियों ने उस मौके का फायदा भी उठाया। लेकिन कुछ ऐसे खिलाड़ी भी थे जिन्हें एक भी मौका नहीं मिला। उन्हें राहुल त्रिपाठी, ऋतुराज गायकवाड़ और शहबाज़ अहमद थे। 31 साल के राहुल त्रिपाठी पिछले कुछ समय से भारतीय टीम के साथ ट्रेवल कर रहे है, लेकिन उन्हें अभी तक अपना डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है। राहुल त्रिपाठी को पहली बार आयरलैंड के खिलाफ टी20 टीम में चुना गया था। लेकिन उन्हें आयरलैंड के खिलाफ भी डेब्यू करने का मौका नहीं मिला था। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच के लिए भी राहुल का नाम टीम में था लेकिन वहां भी उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ा था। इसके बाद जब ज़िम्बाब्वे के खिलाफ वनडे टीम में उनका नाम आया तो ऐसी उम्मीद की जा रही थी शायद राहुल को अपना पहला अंतराष्ट्रीय मुकाबला खेलने को मिलेगा, लेकिन ऐसा होना सका।
फैंस को उम्मीद थी की तीसरे मैच में राहुल त्रिपाठी को प्लेइंग शामिल किया जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। भारतीय टीम ने बल्लेबाज़ी क्रम में कोई बदलाव नहीं किया। तीनो मैचों में टॉप फोर में शिखर,केएल राहुल, शुभमन गिल और ईशान ही रहे। ऐसा लगता है राहुल त्रिपाठी को अपने डेब्यू मैच के लिए अभी और इंतज़ार करना पड़ेगा। वहीँ इनके अलावा ऋतुराज गायकवाड़ को भी मौका नहीं मिला, हालाँकि ऋतुराज ने भारत के लिए 9 टी20 मैच खेले है। लेकिन उन्हें अभी भी वनडे में डेब्यू का इंतज़ार है। वहीँ शाबाज़ अहमद जिन्हे पहली बार टीम में शामिल किया गया था, उन्हें भी खाली हाथ लौटना पड़ा।