एडिलेड टेस्ट में टीम इंडिया से मिली 8 विकेट की एकतरफा जीत के बाद इतरा रही ऑस्ट्रेयिाई टीम के अब तेवर ढीले हो गए हैं। दरअसल मेलबर्न में भारतीय टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हरा दिया है। पहली पारी में सिर्फ 195 और फिर दूसरी पारी में 200 रनों पर सिमटने के बाद ऑस्टे्रलियाई ने भारतीय टीम को 70 रनों का लक्षय दिया। जिसे टीम इंडिया ने 2 विकेट खोकर आसानी से यह लक्ष्य अपने नाम दर्ज किया।
वहीं कई ऑस्ट्रेयिाई दिग्गज दावा कर रहे हैं कि उनकी टीम टेस्ट सीरीज 4-0 से जीत हासिल करेगी,मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ और मेलबर्न में टीम इंडिया ने सीरीज को बराबर कर दिया। ऐसे में मेलबर्न में मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी ज्यादा उदास है और इस बात का पता उनकी टीम के कप्तान टिम पेन की बातों से साफ जाहिर हो रहा है।
टिम पेन का टीम पर फूटा गुस्सा
दूसरे टेस्ट मैच में भारत के हाथों मिली 8 विकेट की करारी शिकस्त के बाद आस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने कहा है कि बोर्ड पर पर्याप्त रन न लगाना और फिर कई सारे कैच छोड़ने के कारण उन्हें मेहमान टीम से हार का सामना करना पड़ा।
भारत ने इस जीत के साथ चार मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबर कर ली है। आस्ट्रेलिया ने एडिलेड में भारत को 8 विकेट से हराकर लीड ली थी। मैच के बाद पेन ने कहा, भारत शानदार गेंदबाजी कर रही है। वे बेहद अनुशासित रहे। हम वास्तव में एक साथ साझेदारी करने में सक्षम नहीं थे। लेकिन जिस तरह मार्नस और स्टीव स्मिथ को बल्लेबाजी करते देखा है, वह पहली बार नहीं है।
टीमों ने उनके स्टंप को निशाना बनाया। ऐसा हर एक टेस्ट मैच में होता है। कहना होगा कि ये इसे बेहतर तरीके से अंजाम दे रहे हैं। खासकर स्टीव जैसे बल्लेबाज भी बन नहीं बना पा रहे हैं। लेकिन उम्मीद है कि जब एक बार वह लय में आ जाएंगे तो रन बनाएंगे, जैसा कि वह हमेशा करते हैं। बाकी बल्लेबाजों को भी ऐसा ही करने की जरूरत है।
कप्तान ने कहा कि वे ज्यादा बदलाव नहीं करेंगे और उनकी टीम को बेहतर खेल दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, हमें केवल बेहतर करने की जरूरत है। यह कोई मायने नहीं रखता है कि वहां कौन है। हमें केवल रन बनाने की जरूरत है। टॉप सात आस्ट्रेलियाई टीम होने के कारण यह हमारा काम है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो निश्चित रूप से वे (चयनकर्ता) किसी और को देखेंगे। लेकिन, हां अभी हमारे पास सर्वश्रेष्ठ टीम है।
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
बताते चले कि दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों का बेहद शर्मनाक प्रदेशन रहा है। दरअसल दोनों ही पारियों में मेजबान टीम कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक भी नहीं पहुंच पाया। वैसे ऐसा कुछ 32 साल बाद हुआ है जब ऑस्टे्रलियाई टीम की तरह से अपने घरेलू टेस्ट मैच में एक भी अर्धशतक नहीं जड़ा हो।