बर्मिंघम : भारतीय टीम रविवार को होने वाले विश्व कप के हाई प्रोफाइनल मुकाबले में मुश्किलों में घिरी मेजबान इंग्लैंड पर शानदार जीत के साथ शीर्ष पर पहुंचने पर निगाह लगाये होगी। अब तक छह मुकाबलों में भारतीय टीम को हार का मुंह नहीं देखना पड़ा है और विराट कोहली की टीम 11 अंक के साथ सेमीफाइनल में प्रवेश की ओर है लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ जीत से वह तालिका में शीर्ष स्थान को मजबूत करेगी।
टूर्नामेंट से पहले इंग्लैंड खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी लेकिन इयोन मोर्गन की टीम अहम मैचों लड़खड़ा गयी जिसके अब सात मैचों में आठ अंक हैं और वह टूर्नामेंट से बाहर होने की कगार पर है। यह दुखद है कि कप्तान मोर्गन, जोस बटलर, जानी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद इंग्लैंड की हाल के वर्षों में सर्वश्रेष्ठ वनडे टीम को इस तरह बाहर होना पड़ेगा।
रविवार को बर्मिंघम के एजबेस्टन में भारतीय दर्शकों की मौजूदगी दबाव में घिरी टीम को और परेशान करेगी। वहीं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान और केविन पीटरसन पर जानी बेयरस्टो के बयान से भी दबाव काफी बढ़ गया है। बेयरस्टो ने पत्रकारों से कहा, ‘लोग हमारे असफल होने का इंतजार कर रहे थे।’ बेयरस्टो ने कहा, ‘वे कई मायनों में हमारी जीत से खुश नहीं हैं। वे इंतजार कर रहे हैं कि हम हार जायें और वे हमारी आलोचना करें।
मोईन अली की निगाहें कोहली के विकेट पर
इंग्लैंड के आल राउंडर मोईन अली की निगाहें भारतीय कप्तान विराट कोहली का अहम विकेट झटकने पर लगी हैं। अली आईपीएल टीम रायल चैलेंजर्स बेंगलोर में कोहली की कप्तानी में खेले थे। उन्होंने ‘द गार्डियन’ में लिखा, ‘विराट भारत के लिये रन बनाने के लिये है जबकि मैं यहां उसे आउट कराने के लिये (या खुद रन बनाने के लिये) हूं।
किसी के लिये उस जैसे खिलाड़ी का विकेट झटकना काफी अहम होगा लेकिन आप ऐसा करने की कोशिश के बावजूद भी मित्र रह सकते हो। उन्होंने कहा, ‘हम अंडर-19 के दिनों से एक दूसरे को जानते हैं लेकिन पिछले दो वर्षों में रायल चैलेंजर्स बेंगलोर के दौरान हम काफी अच्छे मित्र बन गये हैं। मैं बड़े मैच से पहले उसकी तारीफ नहीं करना क्योंकि वह खुद काफी प्रेरित और समर्पित क्रिकेटर हैं।
बुमराह बन सकते हैं इंग्लैंड के लिए मुसीबत
मैच के दौरान धूप खिली होगी और सूखी पिच पर टर्न सामान्य से ज्यादा होगा। इन परिस्थितियों में दो कलाई के स्पिनरों के साथ जसप्रीत बुमराह का सामना करना इंग्लैंड के लिये मुश्किलें पैदा कर सकता है। इंग्लैंड की टीम हालांकि इस बात से राहत ले सकती है कि उन्होंने घरेलू सरजमीं पर पिछली द्विपक्षीय श्रृंखला में भारत को 2-1 से हराया था, लेकिन बुमराह उस समय चोटिल थे और उस श्रृंखला में नहीं खेले थे।