मौजूदा समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक भारत के तीनों फॉर्मेट के कप्तान विराट कोहली अपने करियर के सबसे बड़े टेस्ट के लिए तैयार हो गए हैं। विराट का सबसे बड़ा टेस्ट इंग्लैंड की जमीन पर एक अगस्त से होने वाली पांच टेस्टों की सीरीज से शुरू होने जा रहा है और 11 साल बाद इंग्लैंड की जमीन पर भारत का टेस्ट सीरीज जीतने का सपना विराट के बल्ले पर निर्भर करता है और इस बात को इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी भी स्वीकारते हैं। विराट जब 2014 में इंग्लैंड में पिछली टेस्ट सीरीज में खेले थे तब उनका बल्ला बुरी तरह खामोश रहा था। लेकिन उस सीरीज और मौजूदा समय में जमीन-आसमान का अंतर आ चुका है।
विराट तब भारतीय कप्तान नहीं थे। उस समय टीम इंडिया की कप्तानी महेंद्र सिंह धोनी के हाथों में थी लेकिन अब विराट तीनों फॉर्मेट में भारतीय कप्तान हैं। विराट का इस समय शुमार दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों में होता है। भारतीय कप्तान ने अब तक 66 टेस्टों में 53.40 के प्रभावशाली औसत से 5554 रन बनाये हैं जिनमें 21 शतक और 16 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर 243 रन है। किसी भी बल्लेबाज के लिए ये बेहद प्रभावशाली आंकड़ा हो सकते हैं। विराट इस सीरीज में 2014 की नाकामी को हर हाल में पीछे छोड़ना चाहते हैं। भारतीय टीम अब जब इंग्लैंड के दौरे पर है तो उस सीरीज का बार-बार जिक्र होना स्वाभाविक है। विराट ने 2014 में सभी पांच टेस्ट खेले थे और उस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 39 रन रहा था।
विराट ने उस सीरीज में 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0, 7, 6, 20 के स्कोर बनाये थे। वह पांच टेस्ट में सिर्फ 134 रन ही बना पाए थे और विराट इस सीरीज को अपनी सबसे खराब सीरीज बता चुके हैं। भारतीय कप्तान ने मौजूदा आयरलैंड और इंग्लैंड दौरे में अच्छी शुरुआत नहीं की थी लेकिन इसके बाद वह गति पकड़ चुके हैं। विराट ने 0, 9, नाबाद 20, 47, 43, 75, 45, 71, 68 रन बना चुके हैं और अच्छी फॉर्म में नजर आ रहे हैं। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और ओपनर ग्राहम गूच का कहना है कि विराट मौजूदा समय में सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं और वह इस दौरे पर इंग्लैंड में अपने रिकार्ड सुधारने के लिए भूखे हैं। गूच का मानना है कि वह मेजबान टीम के लिए सबसे बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। खुद विराट ने कहा है कि वह इंग्लैंड में खेल का लुत्फ उठाना चाहते हैं और अपनी फॉर्म को लेकर चिंतित नहीं हैं।
इंग्लैंड के प्रमुख तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने भी कहा है कि भारत को यहां जीतने के लिए विराट की फॉर्म मायने रखती है। वह भी यहां रन बनाने को बेताब होंगे, जैसा कि आप हर कप्तान और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों से उम्मीद करते हो। इस 35 वर्षीय तेज गेंदबाज का विराट के खिलाफ शानदार रिकॉर्ड है। उन्होंने 2014 के दौरे में चार बार विराट को आउट किया था। विराट ने इंग्लैंड के खिलाफ 2016-17 की घरेलू सीरीज में पांच टेस्ट में 655 रन बनाए थे और भारत ने वह सीरीज 4-0 से जीती थी। विराट ने मौजूदा दौरे पर छह सीमित ओवरों की पारियों में 60.2 के औसत से 301 रन बनाए हैं। भारतीय टीम ने इंग्लैंड से टी-20 सीरीज 2-1 से जीती थी लेकिन वनडे सीरीज में उसे 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। विराट के पास एजबस्टन में खेले जाने वाले पहले टेस्ट में कप्तानी के भी रिकॉर्ड बनाने का मौका रहेगा।
अब तक 35 टेस्ट मैचों में भारत की कमान संभाल चुके विराट ने 21 मैच जीते हैं जबकि पांच में उन्हें हार मिली है और नौ मैच ड्रॉ रहे। विराट टेस्ट कप्तानी में सौरभ गांगुली (21 जीत) के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं। गांगुली की कप्तानी में भारत ने 49 टेस्ट मैच में से 21 जीत दर्ज की जबकि 13 में उसे हार मिली। इस सूची में महेंद्र सिंह धोनी 60 टेस्ट मैचों में 27 जीत के साथ पहले नंबर पर है। यदि इस सीरीज में विराट अपनी कप्तानी में एक भी टेस्ट जीत लेते हैं तो वह 22 जीत के साथ गांगुली को पछाड़ कर भारत के दूसरे सफल टेस्ट कप्तान बन जाएंगे।
विराट यदि सीरीज में टीम को दो मैच में जीत दिला देते हैं तो वह भारत-इंग्लैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल कप्तान बन जाएंगे। विराट की अगुवाई में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैच जीत चुकी है। इन दो देशों के बीच टेस्ट क्रिकेट में सबसे सफल कप्तान होने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के एलेस्टेयर कुक के नाम दर्ज है। उनके नेतृत्व में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पांच टेस्ट मैच जीते हैं। यदि विराट इस सीरीज में दो मैच जीत जाते हैं तो वह कुक को पीछे छोड़ दोनों देशों के बीच सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन जाएंगे।