भारतीय टीम की आन बान और शान विराट किंग कोहली से पिछले साल का अंत जबरदस्त तरिके से किया था, जब उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम वनडे में शतक के सुखे को खत्म किया था। और हमारे भारत में एक कहावत हैः अंत भला तो सब भला। इस फॉर्मूले का जायजा दिया विराट कोहली ने। विराट ने अपने उसी पिछले फॉर्म को जारी रखते हुए नए साल का पहला मुकाबला कल श्रीलंका के खिलाफ खेलने उतरे और बैक टू बैक शतक लगा दिया। उन्होंने कल 12 चौके औऱ 1 छक्के की मदद से मात्र 87 गेंदों पर 113 रन की तेज पारी खेली।
हम सबको पता है कि नंबर-1 तो एक ही है और वो है मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, लेकिन उन्होंने ही काफी दिनों पहले एक भविष्यवाणी की थी कि मेरा अगर कोई खिलाड़ी रिकॉर्ड तोड़ सकता है तो वो है विराट कोहली। उनकी यह बात कहीं ना कहीं सही नजर आती भी हैं। कल विराट कोहली ने अपने क्रिकेट करियर का 72वां और वनडे फॉर्मेट में 45वां शतक लगाया हैं। इस शतक के बदौलत वो अब ओवरऑल तो 100 शतक लगाने वाले सचिन से तो 27 शतक पीछे हैं मगर वनडे फॉर्मेट में मात्र 4 शतक की जरूरत है और फिर पहली बार हमें सचिन का नाम किसी रिकॉर्ड लिस्ट में दूसरे स्थान पर दिखेगा। वहीं इसके बावजूद विराट ने बेस्टइंडीज के बाद श्रीलंका के खिलाफ सबसे ज्यादा 9 शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। दो टीमों के खिलाफ ऐसा करने वाले वो एकलौते भारतीय खिलाड़ी बने हैं, सचिन तेंदुलकर सिर्फ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 शतक लगाकर नंबर-1 पर हैं। इसके बाद विराट ने सचिन की बराबरी करते हुए भारत में 20 शतक लगाए हैं. हालांकि मुकाबले खेलने के मामले में विराट सचिन से काफी पीछे है तो इस मामले में भी हम यही कहेंगे कि वो सचिन को पीछे छोड़ नंहर-1 बन चुके हैं। इसके अलावा विराट कोहली सबसे तेज साढे 12 हजार रन बनाने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं। उन्होंने 266 मैचों में मात्र 257 इनिंग लिए हैं इस रिकॉर्ड को स्थापित करने में। सचिन भी इस मामले में पीछे हैं, उन्होंने 310 और ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिग ने 327 इंनिंग का समय लिया था, इस मुकाम को हासिल करने में।
वहीं विराट के पास इस साल बेहतरीन मौका है कि वो सचिन को शतक के मामले में पीछे छोड़ दें और क्रिकेट जगत के वनडे फॉर्मेंट में शतकों का अर्धशतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएं। यह साल वनडे विश्व कप का साल है, जोकि अक्टूबर-नवंबर के महिने में होना हैं और तब तक भारतीय टीम को लगभग 20 वनडे मुकाबले खेलने हैं और अगर विराट कोहली इसी तरह के फॉर्म में रहे तो उनके लिए 20 मैचों में 5 शतक लगाना कोई बड़ी बात नहीं होगी। वहीं मैच की बात करले तो विराट कोहली को 2 जीवनदान भी मिले थे, जिसका फायदा उन्होंने बेहतरीन तरिके से उठाया था। हालांकि जीबनदान भी उसी को मिलता है, जिसमें आगे बढ़ने की लगन हो और वो विराट में कुंट-कुंट कर भरा हैं। वहीं उन्हें जब इस पारी के लिए कल प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था, तब उन्होंने कहा भी था कि जीवनदान मिलना गेंम का एक पार्ट है, जिसका फायदा मैने उठाया।
वहीं भारतीय टीम ने पहले मुकाबला 67 रन से जीत लिया है, जिसमें कई दिनों बार एक बेहतरीन ओपनिंग देखने को हमें मिली थी।ओपनिंग अच्छी होने के बाद कोहली ने अपना अंदाज दिखाया और भारत के कुल स्कोर को 373 पहुंचाया दिया। हालांकि श्रीलंका की टीम भी अंत तक हार नहीं मानी। टीम के 8 विकेट तो 38वें ओवर में ही गिर गए थे और वहां से लग रहा था कि भारतीय टीम आसानी से जीत लेगी। मगर मेहमान टीम के कप्तान दसुन शनका ने अपनी टीम को एक छोड़ से संभाला और नाबाद 88 गेंदों पर 108 रन की जबरदस्त पारी खेली और बरचस्व की लड़ाई अंत तक लड़ी। अब अगला मुकाबला कल कोलकाता में खेला जाने वाला हैं।