लॉडेरहिल : तीन मैचों की टी-20 सीरीज के पहले दो मैच जीतने के बाद भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2-0 की अजेय बढ़त ले ली है। तीसरा मैच मंगलवार को प्रोविडेंस स्टेडियम में खेला जाएगा। इसी मैच से सही मायने में भारत के वेस्टइंडीज दौरे का आगाज होगा क्योंकि अभी तक खेले गए दोनों टी-20 मैच अमेरिका में आयोजित किए गए थे। भारत ने इस टी-20 सीरीज में कई युवा खिलाड़ियों का चयन किया है, जिनमें से कुछ पहले दो मैचों में खेल चुके हैं।
कोहली ने दूसरे मैच के बाद ऐसे संकेत दिए थे कि यह उनके लिए बेंच पर बैठे बाकी के खिलाड़ियों का अच्छा मौका है क्योंकि सीरीज पहले ही कब्जे में आ चुकी है। भारत तीसरे मैच में टीम में बदलाव करे इसकी संभावना काफी ज्यादा है। पहले दो मैचों में भारत ने नवदीप सैनी, वॉशिंगटन सुंदर, खलील अहमद, मनीष पांडे को मौका दिया था। दो युवा खिलाड़ी बेंच पर बैठे थे उनमें दीपक चाहर, राहुल चाहर, श्रेयस अय्यर के नाम शमिल हैं।
कोहली अब इन तीनों में से किसे मौका देते हैं यह देखना दिलचस्प होगा। ऐसा भी हो सकता है कि कप्तान इन तीनों को आजमा लें। सीरीज बेशक भारत के हिस्से आ गई है लेकिन कोहली ने साफ कह दिया है कि जीत उनके लिए अभी भी प्राथमिकता है इसलिए टीम प्रबंधन बड़ा जोखिम लेने से बचेगा क्योंकि टी-20 में विंडीज सबसे खतरनाक टीम और अब वह अपने घर में खेलेगी जो इस मौजूदा विजेता को पहले से कई ज्यादा खतरनाक और आत्मविश्वास से भरी बना देगा। ऐसे में कोहली सावधान रहना चाहेंगे क्योंकि एक हार युवाओं के मनोबल पर असर डाल सकती है।
बल्लेबाजी में भारत को काम करने की जरूरत होगी क्योंकि पहले मैच में टीम बिखर गई थी और दूसरे मैच में भी तभी मजबूत स्कोर कर पाई थी जब सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने अर्धशतक जमाया था। विश्व कप में अंगूठे की चोट के कारम बाहर हुए शिखर धवन लय हासिल नहीं कर पाए हैं। दूसरे मैच में उन्होंने शुरुआत तो अच्छी की थी लेकिन अब वनडे सीरीज में जाने से पहले उन्हें एक अच्छी पारी की जरूरत होगी। वहीं टीम प्रबंधन युवा ऋषभ पंत से निराश दिख रहा है।
विश्व कप में मिला जुला प्रदर्शन करने के बाद पंत का लापरवाही वाला रवैया इस सीरीज में भी जारी है। पहले दो टी-20 मैचों में वह गैरजरूरी शॉट खेल आउट हुए जो उनकी अपरिपक्वता तो दर्शाता है। मनीष पांडे का बाहर बैठना तय लग रहा है। उनके स्थान पर अय्यर को टीम में जगह मिल सकती है। भारत की गेंदबाजी अच्छी रही है। सैनी ने अपनी तेजी और सटीक लाइन लैंग्थ से सभी को प्रभावित किया है तो वहीं भुवनेश्वर कुमार का अनुभव भी काम आ रहा है।