भुवनेश्वर: भारत के अनुभवी ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह छह महीने के बाद वापसी को लेकर उत्साहित हैं और उनका मानना है कि हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल उनके लिये नयी शुरूआत की तरह होंगी। चोट के कारण रूपिंदर पिछले छह महीने से पुरूष हॉकी टीम का हिस्सा नहीं बन सके। लेकिन उन्हें हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल जैसे बड़ हाकी टूर्नामेंट से वापसी का मौका मिलने जा रहा है। ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना के खिलाफ भारत ने मंगलवार को अपने अभ्यास मैच में जीत दर्ज की, जिसमें रूपिंदर ने दो गोल दागे। ड्रैग फिल्कर ने कहा’ मेरे लिये यह बिल्कुल नयी शुरूआत है।
मैं लंबे समय के बाद खेलने जा रहा हूं और मेरा लक्ष्य मैदान पर अपनी इस ऊर्जा का इस्तेमाल करना है। मैंने चोट के दौरान कई बातें सीखें और सबसे अहम की मैच को कैसे समझना चाहिये। मैंने बहुत समय इस पल का इंतजार किया है।’ रूपिंदर ने कहा कि हाल ही के प्रदर्शन से साफ है कि भारतीय टीम अपने हमले पर काफी ध्यान लगा रही है लेकिन साथ ही रक्षात्मक होकर भी खेलती है। उन्होंने कहा’मेरे लिये डिफेंस ही प्राथमिकता है क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में हमें पेनल्टी कार्नर ही नहीं मिले। मुझे लगता है कि रक्षात्मक होने से मैच जीत सकते हैं और डिफेंडर ही नहीं बल्कि सभी 11 खिलाड़ियों को गोल पोस्ट का बचाव करना चाहिये।’