पंजाब में अमृतसर के निकट शुक्रवार शाम रावण दहन देखने के लिए रेल पटरियों पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई जबकि 72 अन्य घायल हो गए। ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी तभी जोड़ा फाटक पर यह हादसा हुआ। अमृतसर के प्रथम उपमंडलीय मजिस्ट्रेट राजेश शर्मा ने 61 लोगों की मौत की पुष्टि की थी।इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त किया है। वही, केन्द्र सरकार की तरफ से 2 लाख और राज्य सरकार की तरफ से पांच लाख रूपये मृतकों के परिजनों को देने का ऐलान किया गया है।
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– दशहर के लिए धोबी घाट पर पुलिस से मांगी गई थी सुरक्षा : दशहरा समिति की ओर से दशहरा मनाने के लिए धोबी घाट पर सुरक्षा व्यवस्था की पत्र लिखकर पुलिस से मांग की गई थी। असिस्टेंट इंस्पेक्टर दलजीत सिंह ने इसके जवाब में कहा था कि पुलिस को कोई ऐतराज नहीं है।
#AmritsarTrainAccident: Dussehra committee had written a letter (pic 1) to police seeking security arrangements for Dussehra celebrations at Dhobi Ghat, Golden Avenue in Amritsar. Assistant Sub-Inspector Daljeet Singh reverted (pic 2) that police have no objections in this regard pic.twitter.com/cu7QXbXZV7
— ANI (@ANI) October 20, 2018
– दशहरा समारोह के लिए अनुमति नहीं दी गई थी – अमृतसर एमसी : अमृतसर नगर निगम ने शनिवार को कहा कि ‘धोबी घाट’ मैदान में दशहरा समारोह आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई थी। इसके अलावा किसी ने भी अमृतसर नगर निगम में अनुमति के लिए आवेदन भी नहीं किया था।
– मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिह हादसे वाली जगह पर पहुंचे। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विदायक और मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद है।
– हादसे पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपने का वक्त नहीं है। मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कौन जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मैं हादसे वाली जगह पर भी जाऊंगा।
– अमरिंदर सिंह ने कहा कि चार हफ्ते में घटना के सभी कारणों का पता लगाया जाएगा। इसकी जांच रिपोर्ट सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में मजिस्टीरियल इन्क्वायरी के ऑर्डर दिए है जो चार हफ्ते में अपनी रिपोर्ट दे देंगे।
– नवजोत सिंह सिद्धू के बयान पर सीएम ने कहा कि बयान का गलत मतलब ना निकालें, उन्हें भी घटना का बहुत दुख है। सिद्धू ने हादसे को ‘परमात्मा का प्रकोप’ बताया था।
– 16 घंटे देरी से आने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बात मैं इजरायल दौरे पर जा रहा था, मुझे दिल्ली एयरपोर्ट हादसे की जानकारी मिली। मैं दौरा रद्द करके आया। उन्होंने आगे कहा कि अगर मैं यहां आ जाता तो अधिकारियों को सारे वीवीआईपी इंतजाम करने पड़ते, इसलिए अव्यवस्था होती।
– अमृतसर रेल हादसे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि ये बहुत दुखद घटना है, कल ही इजरायल जाने वाला था. हादसे में 59 लोगों की मौत हुई 9 शवों की शिनाख्त बाकी है।
– इससे पहले मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अमृतसर ट्रेन हादसे में घायल हुए लोगों से सिविल अस्पताल में जाकर मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवार के साथ मेरी सहानुभूति है।
– अमृतसर रेल हादसे के आलोक में रेलवे ने शनिवार को वहां से गुजरने वाली 37 रेलगाडि़यों को निरस्त कर दिया है जबकि 16 अन्य का मार्ग परिवर्तित कर दिया है। इसके साथ ही जालंधर अमृतसर रेलमार्ग पर आवाजाही रोक दी गई है।
– उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया कि 10 मेल/एक्सप्रेस और 27 पैसेंजर रेलगाडि़यों को निरस्त कर दिया गया है। इसके अलावा 16 अन्य गाडियों को दूसरे मार्ग से उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है जबकि 18 ट्रेनों को बीच में ही रोक कर उनकी यात्रा समाप्त कर दी गई ।
– वही, इस हादसे पर पाकिस्तान ने दुख जताया। प्रधानमंत्री इमरान खान ने ट्वीट कर मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। ट्वीट में लिखा- अमृतसर के ट्रेन हादसे के बारे में जानकर दुख हुआ। मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं।
– अमृतसर ट्रेन हादसे पर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि रेलवे प्रशासन सभी तरह की मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह राजनीति करने का मौका नहीं है। घायलों को इलाज की प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मनोज सिन्हा ने कहा कि इस कार्यक्रम की पूर्व सूचना रेलवे को नहीं दी गई थी।
– उन्होंने हादसे में रेलवे की गलती होने से इनकार करते हुए कहा कि रावण जलाने के दौरान पटाखों की आवाज आई जिससे लोग ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाए और ये दुखद हादसा हुआ। मृतकों के परिवारों के साथ हमारी संवेदनाएं हैं और हम घायलों के स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं। ये रेलवे की चूक नहीं है, रेलवे को इस कार्यक्रम की कोई जानकारी नहीं थी।
– दूसरी ओर सीपीआरओ नॉर्दर्न रेलवे ने कहा कि ऐसा नहीं लगता है कि लोकल ड्राईवर की इस घटना में कोई गलती है। घटना से ठीक दो मिनट पहले ही उसी रास्ते से अमृतसर-हावड़ा मेल गुजरी थी।
– इसके अलावा डीआरएम विवेक कुमार ने कहा, सिगनल ग्रीन था सिग्नल का कोई वायलेशन नहीं है। गाड़ी की मैक्सिमम स्पीड 91 किलोमीटर प्रति घंटा रही होगी और उसके बाद जब ब्रेक लगाया तो स्पीड कम की। ड्राइवर सिग्नल पर निर्भर होकर अपनी निर्धारित गति से चलता है।
– जानकारी के लिए बता दें कि अमृतसर ट्रेन हादसे में दशहरा के दौरान शहर में होने वाली रामलीला में रावण की भूमिका में दिखने वाले दलबीर सिंह की भी शुक्रवार को मौत हो गई। वही, दलबीर की मां ने कहा- “मैं यह सरकार से अनुरोध करती हूं कि वे हमारी बहू को नौकरी दे। उसकी आठ महीने की बेटी भी है।”
– अमृतसर ट्रेन हादसे को लेकर पंजाब में आज एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया, ‘अमृतसर रेल दुर्घटना के मद्देनजर प्रदेश में कल शोक रहेगा। सभी दफ्तर और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।’
स्थानीय लोगों का दावा- दुर्घटनास्थल पर 20 वर्षों से होता आ रहा है ‘रावण दहन’
– हादसे के बाद रेलवे ने कुछ ट्रेनों को कैंसिल करने और कुछ का रूट बदलने का फैसला किया है। जिन ट्रेनों को कैंसिल किया गया है उनमें 12460, 12054, 12053, 14506, 14505, 14633, 12412, 12411, 12242, और 12241 शामिल हैं। वहीं जिन ट्रेनों का रूट बदला गया है उनमें 12716, 12926, 15708, 11058 और 22430 शामिल हैं।
– नवजोत सिंह सिद्धू घायलों का हालचाल लेने और स्थिति का जायजा लेने के लिए अमृतसर के सिविल अस्पताल पहुंचे।
– घायलों का हालचाल जानने के बाद सिद्धू ने कहा कि यह घटना तेज गति से आई ट्रेन के चलते यह घटना मिनटों के अंदर हुई। ट्रेन ने हॉर्न नहीं दिया। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
– नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि ट्रेन की चपेट में आने से हुई 61 लोगों की मौत एक दुर्घटना थी और किसी ने भी यह जानबूझ कर नहीं किया। हालांकि उन्होंने कहा कि “बड़ी लापरवाही” हुई और अपने आलोचकों से इस घटना पर राजनीति नहीं करने को कहा।
– मंत्री ने कहा, ‘‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। मैंने कुछ लोगों से बात की जिन्होंने बताया कि कुछ लोग रेलवे पटरी पर खड़े थे जबकि कुछ लोग पटरी के पास एक पत्थर पर बैठे हुए थे।”
– उन्होंने बताया, “रावण का पुतला जब जलाया गया तब कुछ लोग पीछे हटने लगे। तभी एक ट्रेन तेज गति से आई और कोई हॉर्न नहीं बजा जिससे लोगों को पास आती ट्रेन के बारे में पता नहीं चल सका और यह सब एक या दो सेकेंड के भीतर हुआ।”
– उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू पर पीड़ितों की परवाह किए बिना मौके से निकल जाने का आरोप लग रहा है जिसके बचाव में उन्होंने कहा कि जब उनपर आरोप लगाए जा रहे थे वह अस्पताल में मरीजों से मिल रही थीं। उन्होंने कहा, जब मैंने शुक्रवार को अपनी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू से बात की थी तो वह अस्पताल में थीं।
जानिए कैसे हुआ हादसा?
अमृतसर के निकट जौड़ा फाटक इलाके में रावण दहन और पटाखे फूटने के बाद भीड़ में से कुछ लोग रेल की पटरियों की ओर बढ़ने लगे जहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे। शाम करीब 7 बजे जौड़ा फाटक से डीएमयू ट्रेन गुजरी, ये डीएमयू ट्रेन जालंधर से अमृतसर आ रही थी। ये ट्रेन ट्रैक पर खड़े लोगों को कुचलती चली गई। रावण दहन के वक्त पटाखों की आवाज में ट्रेन के आने का पता नहीं चला और दर्दनाक हादसा हो गया।