देश में कोरोना वायरस महामारी का कहर फिलहाल काबू में है, ऐसे में देश में लगभग सभी गतिविधियां धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है। दूसरी तरफ, कोरोना की दूसरी लहर का खतरा अभी टला नहीं है और रोजाना चालीस हजार के आस-पास मामले सामने आ रहे है, तो वहीं, कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या भी कम नहीं हो रही है।
संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है, तो ऐसे में देश के नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से रेलवे के 2,903 कर्मचारियों की जान जा चुकी है। अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि कोविड के कारण जान गंवाने वाले रेल कर्मियों के 2,782 मामलों में मृतक के परिजन को, उन्हें दी जाने वाली बकाया राशि का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने कहा ‘‘भारतीय रेलवे की नीति के अनुसार, सेवा के दौरान जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाती है। कोविड-19 महामारी की वजह से जान गंवाने रेल कर्मियों के परिवार के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी की योजना के दायरे में रखा गया है।’’ उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण रेल कर्मियों की मौत के 2,903 मामलों में से 1,732 मामलों में आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी गई है। ’’
वैष्णव ने यह भी बताया कि अब तक 8,63,868 रेल कर्मियों को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक और 2,34,184 कर्मियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। मंत्री ने बताया कि रेलवे में टीकाकरण अभियान के लिए पर्याप्त संख्या में टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं और कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा ‘‘टीके की उपलब्धता और टीकाकरण की इच्छा को देखते हुए सभी रेल कर्मियों के टीकाकरण के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।’’
संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है, तो ऐसे में देश के नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को राज्यसभा में बताया कि कोविड-19 महामारी की वजह से रेलवे के 2,903 कर्मचारियों की जान जा चुकी है। अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि कोविड के कारण जान गंवाने वाले रेल कर्मियों के 2,782 मामलों में मृतक के परिजन को, उन्हें दी जाने वाली बकाया राशि का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने कहा ‘‘भारतीय रेलवे की नीति के अनुसार, सेवा के दौरान जान गंवाने वाले कर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी जाती है। कोविड-19 महामारी की वजह से जान गंवाने रेल कर्मियों के परिवार के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी की योजना के दायरे में रखा गया है।’’ उन्होंने बताया कि कोविड-19 के कारण रेल कर्मियों की मौत के 2,903 मामलों में से 1,732 मामलों में आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी गई है। ’’
वैष्णव ने यह भी बताया कि अब तक 8,63,868 रेल कर्मियों को कोरोना रोधी टीके की पहली खुराक और 2,34,184 कर्मियों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। मंत्री ने बताया कि रेलवे में टीकाकरण अभियान के लिए पर्याप्त संख्या में टीकाकरण केंद्र स्थापित किए गए हैं और कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा ‘‘टीके की उपलब्धता और टीकाकरण की इच्छा को देखते हुए सभी रेल कर्मियों के टीकाकरण के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।’’