विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने सोमवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये जागरूकता फैलाने एवं जनमत तैयार करने के लिये परिषद इस सप्ताह से देश के हर राज्य के राज्यपाल को ज्ञापन देगी और संसद में कानून बनाने के लिये नवंबर में सांसदों पर दबाव बनायेगी। विश्व हिन्दू परिषद ‘वीएचपी’ के कार्याध्यक्ष ने कहा, ‘‘राम मंदिर का चुनाव से कोई संबंध नहीं है बल्कि यह करोड़ों हिन्दुओं की आस्था से जुड़ा विषय है। सभी कानूनी बाधाओं को दूर करते हुए राम मंदिर का जल्द से जल्द निर्माण होना चाहिए।’’
आलोक कुमार ने कहा कि इसके दो रास्ते हैं। पहला रास्ता है कि इस विषय पर सुप्रीम कोर्ट निर्णय करे और दूसरा रास्ता संसद में कानून बनाकर मंदिर निर्माण करने का है। कुमार ने कहा, ‘‘हमें नहीं मालूम कि सुप्रीम कोर्ट इस बारे में कब तक फैसला करेगा। इसलिये हम कानून बनाकर मंदिर निर्माण करने के लिए जनता की ओर से दबाव बनाने का काम कर रहे हैं।’’
राम मंदिर निर्माण की दिशा में आगे बढने के लिए विहिप के पास सभी विकल्प खुले हैं: आलोक कुमार
आलोक कुमार ने कहा कि जनता में इस विषय पर जागरूकता पैदा करने के लिए वीएचपी इसी सप्ताह से सभी राज्य के राज्यपालों को जनता की ओर से ज्ञापन देगी ताकि वे कानून बनाने के संदर्भ में इसे केंद्र को भेज सकें। आलोक कुमार ने कहा कि नवंबर महीने में देशभर में विहिप कार्यकर्ता क्षेत्र की जनता के साथ अपने सांसदों एवं जनप्रतिनिधियों से मिलेंगे और राम मंदिर निर्माण के लिये कानून बनाने पर जोर देंगे।
वीएचपी के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि दिसंबर माह में राम मंदिर निर्माण के लिये देशभर के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर यज्ञ, पूजा और अनुष्ठान होंगे। आलोक कुमार ने कहा, ‘‘इसके बाद प्रयाग में कुंभ के दौरान 31 जनवरी से फरवरी के पहले सप्ताह तक आयोजित होने वाली धर्म संसद में स्थिति की समीक्षा होगी और आगे की रणनीति तय की जायेगी।’’
राम मंदिर निर्माण के लिए आमरण अनशन कर रहे संत को गिरफ्तार किया गया
उल्लेखनीय है कि विश्व हिन्दू पारिषद ने राम मंदिर पर आगे की रणनीति पर विचार के लिये पांच अक्टूबर को संतों की उच्चाधिकार समिति की बैठक बुलाई थी जिसमें संतों ने इस वर्ष के अंत तक कानून बनाने का मार्ग प्रशस्त करने को कहा था।