कश्मीर के पुंछ जिले के सुदूर एक गांव में शनिवार को ग्रामीणों ने 37 वर्षीय एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी को हिमस्खलन से बचाया।अधिकारियों ने बताया कि नसरीन और उसकी 11 साल की बेटी जायदा कौसर सुरनकोट क्षेत्र के बेहरामगल्ला के अपने तरवांजा गांव में एक प्राकृतिक स्रोत से पानी लेने गए थे, जब वे हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने तेजी से कार्रवाई की और महिला और उसकी बेटी को बर्फ से बाहर निकालने के बाद दोनों को सुरक्षित निकाला।घटना में दोनों को किसी तरह की चोट नहीं आई।
लोग पढ़ रहे ग्रामीणों की तारीफों के कसीदे
ग्रामीणों द्वारा बर्फ के नीचे से लड़की को बाहर निकाले जाने का एक वीडियो, सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा हैं। जिसे देख हर कोई आदमी आश्चर्यचकित हो रहा हैं, और ग्रामीणों की जमकर तारीफ कर रहे है।
जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में कुछ इंच से लेकर पांच फुट तक बर्फबारी हुई है, जबकि जम्मू के मैदानी इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है।
खराब मौसम के बीच भी गश्त में व्यस्त हैं वीर सैनिक
इस बीच, कई छोटे-छोटे वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे हैं जिनमें नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अन्य अग्रिम क्षेत्रों में घुटने तक गहरी बर्फ में गश्त करते सेना और बीएसएफ कर्मी दिख रहे हैं। खराब मौसम के बावजूद सीमा पर कड़ी निगरानी रखने के लिए वीरों की प्रशंसा की जा रही है।
जान हथेली पर ऱख अपना फर्ज अदा कर रहे सैनिक
सुरक्षा कर्मियों, स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों को सार्वजनिक और बिजली विकास विभाग तथा सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों को बर्फबारी के बीच खराब बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने के लिए खामियों की ठीक करते हुए दिखा रहे कुछ और वीडियो भी सोशल मीडिया पर चर्चा में हैं।
कश्मीर के उत्तरी दक्षिणी भाग हर वर्ष भारी बर्फवारी पड़ती है। जिसमें लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं, हिमस्खलन भी हर वर्ष कश्मीर में अपनी दस्तक देता है। जो कई लोगों की जानलेवा साबित होता है।