पुणे : महाराष्ट्र के भीमा कोरेगांव हिंसा मामले को लेकर कई जगह पुलिस ने कई सामाजिक कार्यकर्ताओं के घर और ठिकानों पर छापेमारी की है। जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने बीबीसी को बताया है कि दिल्ली में मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकार गौतम नवलखा, सिविल राइट्स वकील सुधा भारद्वाज, हैदराबाद के कवि वरवर राव, मुंबई में वरनेन गोंज़ाल्विस और अरुण पारेइरा और रांची में स्टेन स्वामी के घरों पर तलाशी जारी है।
पुलिस ने इस मामले में फरीदाबाद से सुधा भारद्वाज और हैदराबाद से वरवरा राव को गिरफ्तार किया है। उनके भी लैपटॉप, फोन, पेन ड्राइव सीज किए गए हैं. पुलिस ने सुधा से उनके सभी ईमेल के एक्सेस देने को कहा है। सुधा के साथ-साथ उनकी बेटी अनु भारद्वाज के ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट की जानकारी भी मांगी गई है। पुलिस ने हैदराबाद में कवि, वामपंथी विचारक और एक्टिविस्ट वरवरा राव के घर पर छापेमारी की, इस दौरान वहां पर काफी संख्या में भीड़ भी एकत्रित हो गई। इसके अलावा पुणे में भी भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में छापेमारी की। ये छापेमारी एक्टिविस्ट अरुण फरेरिया के घर ठाणे में की गई। बताया जा रहा है कि पहले वे मुंबई में रहते थे।
अरुण फरेरिया ने आजतक से बात करते हुए कहा कि सुबह 6 बजे से उनके घर पर रेड चल रही है, लेकिन उन्हें अभी ये नहीं पता है कि पुलिस सिर्फ छानबीन करेगी या फिर गिरफ्तार भी करेगी। उन्होंने कहा कि वह बिल्कुल निर्दोष । अरुण फरेरिया की पत्नी ने कहा कि जब तक ये छापेमारी चल रही है, तबतक वे कोई बात नहीं कर सकते हैं। गौरतलब है कि अरुण को पहले भी कई बार गिरफ्तार किया जा चुका है, लेकिन हर बार वह बाहर आ जाते।
अरुण पिछले काफी समय से मुंबई में कई आंदोलनों में हिस्सा लेते आ रहे हैं। आपको बता दें कि भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में जून में हुई गिरफ्तारी में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। पुलिस का दावा था कि तब गिरफ्तार कई लोगों के पास से ऐसी चिट्ठी मिली थी, जिसमें ये लिखा था कि नक्सली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रच रहे। नक्सली पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की तरह ही पीएम मोदी की हत्या करना चाहते थे।