भाजपा ने पंजाब कांग्रेस में चल रहे घमासान को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ‘‘चिंताजनक’’ करार दिया है, भाजपा ने बुधवार को कहा कि सीमा से सटा होने के कारण इस संवेदनशील राज्य में राजनीतिक स्थिरता अनिवार्य और महत्वपूर्ण है। प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी की ‘‘असाधारण सफलता’’ बताया और आरोप लगाया कि देश का प्रमुख विपक्षी दल ‘‘अस्थिरता का पर्याय’’ बन गया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को राज्य में पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और ‘‘दागी’ नेताओं की नियुक्तियों पर सवाल उठाए।
सिद्धू ने ट्विटर पर चार मिनट का एक वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘‘हक़-सच की लड़ाई (मैं) आखिरी दम तक लड़ता रहूंगा …।’’ राज्य कांग्रेस में मचे इस घमासान पर पात्रा ने कहा, ‘‘हम सभी देख रहे हैं कि पंजाब में स्थिति किस प्रकार की है। जो राजनीतिक सरगर्मियां पंजाब में चल रही हैं, वह वास्तव में चिंताजनक हैं।
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— BJP (@BJP4India) September 29, 2021
पंजाब एक सीमाई राज्य है और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए पंजाब की राजनीति में स्थिरता बहुत अनिवार्य और महत्वपूर्ण है।’’ पात्रा ने कहा कि जिस पंजाब राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में अमरिंदर सिंह की विदाई के बाद चरणजीत सिंह चन्नी की ताजपोशी को कांग्रेस की बड़ी ‘‘रणनीतिक चाल’’ बताया जा रहा था, उसी पंजाब में कांग्रेस नेतओं में सिरफुटव्वल मचा है।
उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री चन्नी और सिद्धू के बीच ‘‘महत्वाकांक्षाओं की लड़ाई ’’ चल रही है और कोई भी पंजाब या पंजाब की आकांक्षाओं के बारे में नहीं सोच रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इन सारे विषयों में एक बात सामने आती है और वह है राहुल गांधी की असाधारण असफलता।’’
भूपेश बघेल के ट्वीट का दिया हवाला
पात्रा ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के उस ट्वीट का हवाला दिया जिसमें उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल ना करने के लिए मीडिया को चेतावनी दी थी। बघेल ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा था, ‘‘कान खोलकर सुन लिया जाए। राहुल गांधी जी इस समय विपक्ष के प्रमुख नेता हैं।
उनके बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग कांग्रेस कार्यकर्ता क़तई स्वीकार नहीं करेंगे। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का दायित्व निभा रहे हर मीडिया का पूर्ण सम्मान है। लेकिन मर्यादा नहीं भूलना चाहिए।’’ पात्रा ने उनके इस बयान की ‘‘घोर निंदा’’ करते हुए राहुल गांधी से सवाल किया कि क्या यही वह ‘‘प्रेम की राजनीति’’ जिसकी चर्चा वह अक्सर करते रहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पत्रकार… मीडिया… को धमकाना क्या उचित है? क्या यही आपकी ‘प्रेम की राजनीति’ है? राहुल गांधी और कांग्रेस हमेशा कहते हैं कि हम सहिष्णुता की प्रतिमूर्ति हैं।’’ उन्होंने एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और न्यूज ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) से निवेदन किया वह बघेल की इस टिप्पणी को संज्ञान में ले।