कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पार्टी के दो वरिष्ठ नेता आमने-सामने आ खड़े हुए हैं। प्रतिद्वंदी होने के बावजूद शशि थरूर मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान से सहमत नजर आए, जिसमें खड़गे ने कहा कि उन दोनों को एक-दूसरे से नहीं, बल्कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) से लड़ना है।
शशि थरूर ने हैदराबाद में बोलते हुए कहा कि यह चुनाव इस बारे में है कि कैसे कांग्रेस को आज की सत्तारूढ़ बीजेपी की सरकार से मुकाबला करने के लिए सबसे अच्छी तरह सुसज्जित होना है। उन्होंने कहा कि हम 2 चुनाव हारे हैं… हमें एक नए सिरे से मजबूत कांग्रेस पार्टी की जरूरत है, जहां यह इस चुनौती से निपटने के लिए प्रभावी ढंग से जुटाई जा सके।
इससे पहले उन्होंने खड़गे के बयान के समर्थन में ट्वीट भी किया। उन्होंने लिखा, “मैं स्पष्ट कर दूं कि मैं खड़गे जी से सहमत हूं कि हम सभी को एक-दूसरे के बजाय बीजेपी से मुकाबला करना है। हमारे बीच कोई वैचारिक मतभेद नहीं है। हमारे मतदान सहयोगियों Oct17 के लिए चुनाव केवल इस पर है कि इसे सबसे प्रभावी ढंग से कैसे किया जाए।
Let me make clear that I agree with @kharge ji that all of us in @incIndia wish to take on theBJP rather than each other. There is no ideological difference between us. The choice for our voting colleagues Oct17 is only on how to do it most effectively.#ThinkTomorrowThinkTharoor
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 3, 2022
दरअसल, थरूर ने रविवार को अपने प्रतिद्वंदी को चुनौती देते हुए कहा था कि वह मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं, क्योंकि इससे लोगों की पार्टी में उसी तरह से दिलचस्पी पैदा होगी, जैसे कि हाल में ब्रिटेन में कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व पद के चुनाव को लेकर हुई थी।
थरूर की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने कहा था कि उन्हें और थरूर को बीजेपी और RSS के खिलाफ मिलकर लड़ना है। उन्होंने ये भी कहा था कि उन्हें और थरूर को महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों के साथ ही बीजेपी और (आरएसएस) की विचारधारा के खिलाफ मिलकर काम करना है।