देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के भीतर असंतोष के बीच जी-23 समूह ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष की जवाबदेही तय करने की मांग की। पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने मीडिया से बात करते हुए कहा, कांग्रेस अध्यक्ष के पास पहुंच, स्वीकार्यता और जवाबदेही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों और पार्टी के नेताओं तक पहुंच, जनता के भीतर स्वीकार्यता और नुकसान के मद्देनजर जवाबदेही अध्यक्ष के लिए होनी चाहिए और यह राज्य के मुख्यमंत्रियों और राज्य प्रमुखों के लिए भी आदर्श होना चाहिए।
90 फीसदी मामलों में कांग्रेस ही कांग्रेस के खिलाफ खड़ी है : संदीप दीक्षित
संदीप दीक्षित ने कहा कि परिवार लोगों को स्वीकार्य नहीं है और यह चुनाव दर चुनाव में लगातार विफलताओं में स्पष्ट है, और वे पार्टी नेताओं सहित किसी के लिए भी उपलब्ध नहीं हैं। दीक्षित ने कहा, 90 फीसदी मामलों में कांग्रेस ही कांग्रेस के खिलाफ खड़ी है, जिसे एआईसीसी के शीर्ष नेताओं का समर्थन प्राप्त है। ये नेता अहंकार से भरे हुए हैं और लंबे समय तक बड़े पदों पर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चापलूसों ने पार्टी को संकट में डाल दिया है।
किसी और को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए : कपिल सिब्बल
यह कहते हुए कि उनके जैसे सदस्य पार्टी छोड़ने वाले नहीं हैं और लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, हमारी कोई योजना नहीं है लेकिन पुनरुद्धार के लिए लड़ने की है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के कुछ दिनों बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने मंगलवार को मांग की कि ‘गांधियों को नेतृत्व की भूमिका से हटकर किसी और को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए। 2014 की चुनावी हार के बाद से कांग्रेस कुछ मौकों को छोड़कर लगातार चुनाव हार गई है।
90 फीसदी मामलों में कांग्रेस ही कांग्रेस के खिलाफ खड़ी है : संदीप दीक्षित
संदीप दीक्षित ने कहा कि परिवार लोगों को स्वीकार्य नहीं है और यह चुनाव दर चुनाव में लगातार विफलताओं में स्पष्ट है, और वे पार्टी नेताओं सहित किसी के लिए भी उपलब्ध नहीं हैं। दीक्षित ने कहा, 90 फीसदी मामलों में कांग्रेस ही कांग्रेस के खिलाफ खड़ी है, जिसे एआईसीसी के शीर्ष नेताओं का समर्थन प्राप्त है। ये नेता अहंकार से भरे हुए हैं और लंबे समय तक बड़े पदों पर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चापलूसों ने पार्टी को संकट में डाल दिया है।
किसी और को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए : कपिल सिब्बल
यह कहते हुए कि उनके जैसे सदस्य पार्टी छोड़ने वाले नहीं हैं और लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, हमारी कोई योजना नहीं है लेकिन पुनरुद्धार के लिए लड़ने की है। कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक के कुछ दिनों बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने मंगलवार को मांग की कि ‘गांधियों को नेतृत्व की भूमिका से हटकर किसी और को पार्टी का नेतृत्व करने का मौका देना चाहिए। 2014 की चुनावी हार के बाद से कांग्रेस कुछ मौकों को छोड़कर लगातार चुनाव हार गई है।