कांग्रेस ने राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) अधिनियम निरस्त किए जाने के मुद्दे पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा परोक्ष रूप से न्यायपालिका की आलोचना किए जाने के बाद शुक्रवार को उन पर फिर निशाना साधा और राज्यसभा के पूर्व सभापति एम वेंकैया नायडू के इस कथन का हवाला दिया कि संविधान सर्वोच्च है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ” पी चिदंबरम जी ने न्यायपालिका पर उप राष्ट्रपति के हमले का यह कहते हुए सही प्रतिवाद किया है कि संसद नहीं, संविधान सर्वोच्च है। एक साल पहले, धनखड़ जी से पहले उप राष्ट्रपति रहे वेंकैया नायडू जी ने भी वही बात की थी जो चिदंबरम जी ने की है।साथ ही उन्होंने नायडू के कथन से जुड़ी पीआईबी एक विज्ञप्ति भी साझा की।
Mr. Chidambaram has pointedly countered the Vice President’s assault on the judiciary by saying the Constitution and not Parliament is supreme. Just a year ago, Mr. Dhankar’s predecessor Venkaiah Naidu-garu had said exactly what Mr. Chidambaram has.https://t.co/aS2oWQijK2
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 13, 2023
कानून को किसी और संस्था द्वारा अमान्य किया
रमेश ने धनखड़ पर निशाना साधते हुए बृहस्पतिवार को कहा था कि राज्यसभा के सभापति का केशवानंद भारती मामले से जुड़े फैसले को ‘गलत’ कहना न्यायपालिका पर अभूतपूर्व हमला है।उल्लेखनीय है कि धनखड़ ने बुधवार को कहा था कि संसद के बनाए कानून को किसी और संस्था द्वारा अमान्य किया जाना प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है।उच्चतम न्यायालय द्वारा 2015 में एनजेएसी अधिनियम को निरस्त किए जाने को लेकर उन्होंने यह भी कहा था कि ‘दुनिया में ऐसा कहीं नहीं हुआ है।’