केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर हताशा की स्थिति में जाति-गौत्र की चर्चा करने का आरोप लगाते हुए दावा किया है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ साफ हो जायेगा।
श्री सिंह ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि उन्होंने चुनाव वाले राज्यों का दौरा किया इस दौरान देश का जो माहौल दिख रहा है उससे यह लग रहा है कि पांचों राज्यों के चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ साफ हो रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कई चुनाव सभाओं को संबोधित करने के बाद उन्हें लग रहा है कि यहां मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को फिर स्पष्ट बहुमत मिलने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस हताशा की स्थिति में जाति-गोत्र की चर्चा करने लगी है और विकास और सुशासन के हाईवे से उतर कर सीधे वह जाति-गोत्र और मजहब की अंधेरी गलियों में भटकने लगी है। इन दिनों वह हिन्दू और हिन्दुत्व की भी चर्चा करने लगी है।
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उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस के लोग इन शब्दों का प्रयोग करने से बचते थे और परहेज करती थे। अब इनके द्वारा सारे हथकंडे किसी भी स्तर तक जाकर अपनाए जाने लगे हैं और वे हमसे हिंदुत्व की परिभाषा पूछ रहे है। उन्होंने कहा कि हिन्दुत्व को जाति, पंथ और मजहब से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।
श्री सिंह ने कहा कि यह एक जीवन शैली है, यह एक मानवीय धर्म है। कांग्रेस के लोग हिन्दू और हिन्दुत्व की बात क्या करेंगे, जिन्होंने 2007 में रामसेतु के मामले में हलफनामा देकर भगवान राम को काल्पनिक कहा था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि देश की राजनीति में विश्वास का संकट अगर किसी एक राजनीतिक दल ने पैदा किया है तो वह कांग्रेस पार्टी है। इनकी कथनी और करनी में अंतर होने के कारण ही राजनीति में यह स्थिति पैदा हुई।
उन्होंने चुनाव आने पर कांग्रेस ने मंदिर दौड़ शुरू कर दी है और मध्यप्रदेश में गाय का नाम ले रहे है और गोशाला बनवाने की बात कर रहे है। उन्होंने कहा कि मुद्दे समाज की सामाजिक समरसता को तोड़ने वाले नहीं होने चाहिए।
उन्होंने नक्सलवाद पर चर्चा करते हुए कहा कि देश में इसमें 50 से 60 प्रतिशत की कमी आई हैं। नब्बे जिलों में नक्सलवाद की जगह अब केवल आठ-नौ जिलों में रह गया हैं और आने वाले तीन से पांच वर्षों में यह समाप्त हो जायेगा। उन्होंने कहा कि देश में हिंसा की इजाजत नहीं दी जा सकती।
उन्होंने कहा कि उग्रवाद में भी कमी आई हैं। उन्होंने कहा कि वह आतंकवाद समाप्त होने का दावा तो नहीं कर रहे लेकिन पिछले साढ़ चार वर्ष में कोई बड़ आतंकवादी वारदात नहीं हुई हैं तथा आतंकवाद कश्मीर में सिमटा हुआ हैं और हालात में सुधार हो रहा हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में पंचायत चुनाव में 80-85 प्रतिशत तक मतदान हुआ हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वर्ष 1969 में बैकों के राष्ट्रीयकरण के समय भी लोगों को फायदा होने का तर्क दिया था लेकिन इसका कोई लाभ नहीं मिला जबकि हमने बैंकों का सामान्यकरण करके दिखाया हैं और इसके तहत जन खाते खोलकर लोगों को लाभान्वित किया गया हैं।