कोरोना वायरस से कारण देश में लगे 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण कई लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खास कर मजदूर वर्ग के लोगों को और जो रोजी-रोटी के लिए अपने गांव-घर छोड़कर शहर आए हैं। लॉकडाउन के चलते विकलांग जनों को भी काफी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। इसी के चलते शुक्रवार को केंद्र सरकार ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते विकलांगों को कोई समस्या न हो।
केंद्रीय दिव्यांग जन अधिकारिकता विभाग ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उन्हें जरूरी सहयोग सेवाएं, निजी सहायता, भौतिक एवं संचार पहुंच प्रदान किया जाना चाहिए। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के इस विभाग ने कहा कि इनकी देखभाल करने वाले लोगों को सेवाएं जारी रहनी चाहिए।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि दिव्यांग लोग अपने व्हीलचेयर और अन्य सहायक उपकरणों में किसी भी गड़बड़ी को दुरूस्त कराने के लिए मदद मांग सकते हैं। विभाग द्वारा जारी समग्र दिव्यांग समावेशी दिशानिर्देश में कहा गया है कि वैसे तो कोविड-19 पूरी जनसंख्या को प्रभावित कर रहा है लेकिन दिव्यांग जनों पर अपने शारीरिक, संवेदी और संज्ञानात्मक सीमाओं के चलते इस बीमारी का खतरा अधिक है।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘ऐसे में जरूरी है कि उनकी विकलांगता जरूरतों, दैनिक जीवन गतिविधियों को समझा जाए तथा समय से उपयुक्त कदम उठाये जाएं ताकि जोखिम की इस स्थिति में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।’’