19 जुलाई से संसद के मानसून सत्र की शुरुआत और 13 अगस्त को समाप्त होगा। मानसून सत्र के दौरान 22 जुलाई को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संसद का रुख करेंगे। किसान आंदोलन में शामिल 200 लोग संसद के बाहर धरने पर बैठेंगे। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
प्रदर्शन का ऐलान करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि केंद्र बातचीत को तैयार नहीं हम 22 जुलाई को दिल्ली जाएंगे और संसद के बाहर बैठेंगे। उन्होंने कहा, मानसून सत्र के दौरान भी किसानों का विरोध जारी रहेगा। केंद्र इस मुद्दे पर बातचीत करने को तैयार नहीं है लेकिन हम 22 जुलाई को दिल्ली जाएंगे और संसद के बाहर बैठेंगे।
संसद के मानसून सत्र से पहले 18 जुलाई को सर्वदलीय बैठक, PM मोदी भी हो सकते हैं शामिल
टिकैत ने कहा कि इस बीच मानसून सत्र के अंत तक हर दिन प्रत्येक किसान संगठन के 5 सदस्य, कुल मिलाकर कम से कम 200 किसान संसद के बाहर तीन कृषि कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं दूसरी ओर, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने कहा कि पंजाब के विभिन्न हिस्सों से किसानों ने मानसून सत्र के दौरान संसद भवन के बाहर योजनाबद्ध विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली की ओर अपनी यात्रा शुरू कर दी है।