संसद के मानसून सत्र के दौरान विपक्ष और सरकार के बीच लोकसभा में गुरुवार को भी गतिरोध जारी है। पेगासस जासूसी विवाद, केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि कानूनों तथा अन्य मुद्दों पर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण बृहस्पतिवार को लोकसभा की बैठक शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गयी।
बैठक शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने तोक्यो ओलंपिक में भारत की पुरुष हॉकी टीम के कांस्य पदक जीतने और स्टार मुक्केबाज लवलीना के महिला वेल्टरवेट वर्ग (69 किग्रा) में कांस्य पदक जीतने पर प्रसन्नता जताई। सदन ने भारतीय खिलाड़ियों के इस गौरवपूर्ण प्रदर्शन पर बधाई दी। इसके बाद अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू कराया। इस दौरान सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने दिल्ली में नौ वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मुद्दे को उठाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गयी।
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के सदस्य पेगासस जासूसी मामला और किसानों के मुद्दे पर हाथों में पोस्टर लेकर नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह और पोत परिवहन तथा जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कुछ सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर दिये।
इस दौरान अध्यक्ष ओम बिरला ने नारेबाजी कर रहे कुछ विपक्षी सदस्यों का प्रश्न आने पर उन्हें पूरक प्रश्न पूछने को कहा। अध्यक्ष ने कहा, ‘‘आपको जनता ने यहां प्रश्न पूछने के लिए भेजा है, आप प्रश्न पूछिए।’’ उन्होंने नारे लगा रहे सदस्यों से कहा कि देश की जनता चाहती है संसद चले….नियमों से चले। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आप जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, वह उचित नहीं। जनता कहती है कि हमारे करोड़ों रुपये खर्च हो रहे हैं तो संसद चलनी चाहिए। आप अपने स्थान पर जाकर बैठें और सदन की कार्यवाही चलने दें।’’
बिरला ने यह भी कहा कि हंगामा कर रहे सदस्यों को उन सदस्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए जो अपने स्थानों पर शांति से बैठे हैं। हंगामा नहीं थमने पर अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।