वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को अग्रणी वैश्विक कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों और उद्योग हितधारकों के साथ मुलाकात में भारत में निवेश की व्यापक संभावनाओं और अमेरिका के साथ व्यापारिक साझेदारी को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
कंपनी के सह-संस्थापक हेनरी क्रेविस शामिल
अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर आए गोयल ने निवेश एवं वित्तीय क्षेत्र की दिग्गज कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) के साथ कई बैठकें कीं।इनमें टिकाऊ भवन समाधान मुहैया कराने वाली कंपनी जॉनसन कंट्रोल्स के चेयरमैन एवं सीईओ जॉर्ज ओलीवर, निवेश प्रबंधन कंपनी ब्लैकस्टोन के चेयरमैन एवं सीईओ स्टीफन श्वार्जमान, मास्टरकार्ड के सीईओ माइकल मीबाक और निवेश फर्म कोल्बर्ग क्रेविस रॉबर्ट्स एंड कंपनी के सह-संस्थापक हेनरी क्रेविस शामिल हैं।
कारोबार के नए क्षेत्रों की पहचान पर भी जोर दिया
इन मुलाकातों के बाद गोयल ने अपने कई ट्वीट्स में बताया कि इन दिग्गज कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ उन्होंने भारत में निवेश की संभावनाओं को लेकर चर्चा की। इस दौरान कारोबार के नए क्षेत्रों की पहचान पर भी जोर दिया गया।बाद में गोयल ने अमेरिकी शेयर बाजार नैसडेक में अमेरिका-भारत कारोबार परिषद की तरफ से आयोजित एक गोलमेज बैठक में भी हिस्सा लिया। इस मौके पर गोयल ने भारत के शानदार आर्थिक कायाकल्प एवं व्यापक संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा, भारत और अमेरिका के मजबूत होते आर्थिक संबंध और बढ़ते निवेश से हमारी द्विपक्षीय साझेदारी को नयी गतिशीलता मिल रही है।इसके पहले गोयल ने उद्योग जगत, थिंक टैंक और अकादमिक जगत के प्रतिनिधियों के एक गोलमेज सम्मेलन को भी संबोधित किया।
Addressed roundtable of stakeholders from industry, think tanks & academia at @CFR_Org, New York.
Interaction focused on strengthening India-US trade partnership & India’s role as a trusted investment destination. Discussed wide-ranging issues including India’s G20 Presidency. pic.twitter.com/kvJNqyyONu
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) January 9, 2023
जी20 की अध्यक्षता जैसे कई बिंदुओं पर चर्चा हुई
गोयल ने एक ट्वीट में कहा कि इसमें एक भरोसेमंद निवेश गंतव्य के तौर पर भारत की भूमिका और जी20 की अध्यक्षता जैसे कई बिंदुओं पर चर्चा हुई।गोयल ने न्यूयॉर्क में स्थित टाटा इनोवेशन सेंटर का भी दौरा किया जहां पर अकादमिक एवं शोध टीमें काम करती हैं और वहां पर कई प्रौद्योगिकी कंपनियों, स्टार्टअप एवं उद्यम पूंजी फर्मों के कार्यालय मौजूद हैं।