प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये पूर्वोत्तर में कोविड-19 की स्थिति पर चर्चा की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि पूरा देश और विशेष तौर पर हमारे हेल्थ वर्कर्स ने अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए गत डेढ़ वर्ष से लगातार परिश्रम किया है। पूर्वोत्तर की भौगोलिक चुनौतियों के बावजूद टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से लेकर टीकाकरण का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हमें माइक्रो स्तर पर और सख्त कदम उठाने होंगे
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हमें माइक्रो स्तर पर और सख्त कदम उठाने होंगे। इससे जिम्मेदारी तय हो सकती है। माइक्रो कंटेनमेंट क्षेत्र पर पूरा जोर हमें लगाना है। पिछले 1.5 साल में जो अनुभव हमें मिले हैं। हमें उसका भी पूरा इस्तेमाल करना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर भी नज़र रखनी होगी। म्यूटेशन के बाद ये कितना परेशान करने वाला होगा, इस बारे में एक्सपर्ट्स लगातार स्टडी कर रहे हैं। ऐसे में रोकथाम और उपचार बहुत जरूरी है।
कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर नज़र रखनी होगी क्योंकि ये बहरूपिया है
पीएम मोदी हमें कोरोना वायरस के हर वेरिएंट पर नज़र रखनी होगी क्योंकि ये बहरूपिया है। रोकथाम और उपचार बहुत जरूरी है, इन दोनों से जुड़े उपायों पर ही हमें हमारी पूरी शक्ति लगानी है। उन्होंने कहा कि हिल स्टेशन और बाज़ारों में बिना मास्क और प्रोटोकॉल का पालन किए बिना भारी भीड़ का उमड़ना चिंता का विषय है।
टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है
उन्होंने कहा कि ये सही है कि कोरोना की वजह से टूरिज्म, व्यापार-कारोबार बहुत प्रभावित हुआ है। लेकिन आज मैं बहुत जोर देकर कहूंगा कि हिल स्टेशंस में, बाजारों में बिना मास्क पहने, भारी भीड़ उमड़ना चिंता का विषय है, ठीक नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। हाल ही में इसके लिए कैबिनेट ने 23,000 करोड़ रुपए का एक नया पैकेज भी स्वीकृत किया है।
पीएम केयर्स के माध्यम से देश में सैंकड़ों नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं
उन्होंने कहा कि नॉर्थ ईस्ट के हर राज्य को इस पैकेज से अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमें विशेष रूप से ऑक्सीजन पर, पीडियाट्रिक केयर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए तेजी से काम करना होगा। पीएम केयर्स के माध्यम से देश में सैंकड़ों नए ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं।