नई दिल्ली : राफेल विमान सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी ने फर्जी खबर के जरिए देश भर में झूठ फैलाने की कोशिश की लेकिन एक झूठ को सौ बार बोलने से वह सच नहीं बनेगा । गोयल ने संवाददाताओं से बातचीत में इस मुद्दे पर कांग्रेस के एक के बाद एक 8 कथित झूठ गिनाए और कहा कि झूठ को बार-बार वे ही लोग बोल रहे हैं जिनके पास कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे समक्ष पूरी तरह से स्पष्ट स्थिति है जो राष्ट्रहित एवं देश की सुरक्षा को सर्वोपरि रखने से जुड़ी है और इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने अत्यंत महत्पपूर्ण रक्षा उपकरणों की खरीद को तेज करने का निर्णय किया।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने जोर दिया कि इस विषय पर दसाल्ट एविएशन से अधिक स्पष्टता आई है। उसने स्पष्ट किया कि आफसेट संबंधी विषय को लागू करने की जरूरत थी, ऐसे में उन्होंने आफसेट लागू करने के लिये अपना पार्टनर (सहयोगी) खुद चुना । कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने राफेल की कीमत और तकनीकी ब्योरे के बारे में चर्चा करने से इंकार किया जो देश की सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील है।
The 4th lie is about any quid-pro-quo between a particular company and the government. The govt had no say or view on what a private party decides or who does it do business with in a commercial deal : Shri @PiyushGoyal #FakeNewsKingRahul pic.twitter.com/jps4Wi1GrL
— BJP (@BJP4India) October 12, 2018
गोयल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संसद में भी झूठ बोला जब राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने खुद फ्रांस के राष्ट्रपति से मुलाकात की और उनसे राफेल सौदे से जुड़ी गोपनीयता के बारे में पूछा। यह जानकारी के खोखलेपन को दर्शाता है कि उन्हें (राहुल) यह भी पता नहीं है कि गोपनीयता समझौता 2008 में हुआ था, जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘ एक के बाद एक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के झूठ का पर्दाफाश हुआ है। झूठ का कोई विकल्प नहीं होता है।’’ गोयल ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने राफेल के बारे में देश से एक के बाद एक कई झूठ बोले हैं ।
राहुल ने इस सौदे में किसी प्राइवेट कंपनी को शामिल करने के लिए त्रफ्रांस के जिस मीडिया संगठन की रिपोर्ट तोड़ मरोड़ कर पेश की और उसे राफेल बनाने वाली कंपनी के सीईओ ने तथ्यों के पूरी तरह से तोड़ मरोड़ कर पेश किया हुआ बताया । उन्होंने कहा कि राहुल ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का जिक्र किया। लेकिन न्यायालय ने राफेल की कीमत सार्वजनिक करने से इनकार किया। तीसरा झूठ एक अफसर को दंडित किये जाने के बारे में था और उसका भी पर्दाफाश हो गया है… उस अफसर को प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है । मंत्री ने कहा कि एक कंपनी और सरकार के बीच परस्पर फायदे के लिये लेनदेन की बात भी झूठी है। कोई निजी पक्ष क्या करता है, उसमें हमारा कोई हस्तक्षेप नहीं होता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल ने फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति पर मोदी के बारे में अनाप-शनाप शब्द कहने का आरोप लगाया, वह गलत साबित हुआ । यह शर्मनाक है और हताशा में कहे गए । इससे दोनों देशों के संबंध खराब हो सकते थे । भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने राफेल की भी कई कीमतें बताई। वह महज एक सामान्य विमान और एक ‘फुल्ली लोडेड’ विमान की कीमतों की तुलना कर रहे हैं । यह तुलना ठीक नहीं है । उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल का एक और झूठ था कि कैबिनेट कमिटी ऑफ सिक्योरिटी को इस सौदे की जानकारी नहीं थी, ऐसा न कभी हुआ है और न हो सकता है ।