1971 में हुए बांग्लादेश युद्ध की याद में 50वीं वर्षगांठ के मौके पर कांग्रेस मुख्यालय में बुधवार सुबह पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने फोटो प्रदर्शनी का उद्घघाटन किया। गौरतलब है कि बांग्लादेश मुक्ति संग्राम 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए लड़ा गया था। इंदिरा गांधी की सरकार के दौरान साल 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद, पाकिस्तान के तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल आमिर अब्दुल्ला खान नियाजी ने अपने 93,000 सैनिकों के साथ मित्र देशों की सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था।
भारत ने पाकिस्तान से बांग्लादेश को कराया था आजाद
हर साल 16 दिसंबर को बांग्लादेश को पाकिस्तान से आजाद कराने में भारत की जीत के उपलक्ष्य में विजय दिवस मनाया जाता है। इस साल कांग्रेस पार्टी बांग्लादेश मुक्ति युद्ध 1971 की 50वीं वर्षगांठ देशभर में मना रही है। कांग्रेस के नेता आलोक कुमार ने बातचीत में कहा कि देश इसे मुक्ति संग्राम कहता हैं। ये युद्ध वर्ष 1971 में 25 मार्च से 16 दिसंबर तक चला था। इस रक्तरंजित युद्ध के माध्यम से बांग्लादेश ने पाकिस्तान से स्वाधीनता पाई और 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश बना।
1971 में भारत की सेना के सामने पाकिस्तान ने किया था आत्मसमर्पण
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में विश्व शक्तियों के सामने न झुकने के नीतिगत व समयानुकुल निर्णय लिया, पाकिस्तान को विभाजित करते हुए बांग्लादेश को अलग देश का निर्माण कर दक्षिण एशिया का भूगोल ही बदल डाला था। उन्होंने कहा, भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध के बाद पूर्वी पाकिस्तान, बांग्लादेश के रूप में एक स्वतंत्र देश बन गया था। दोनों देश शांतिपूर्ण तरीकों से आपसी बातचीत के जरिये या अन्य शांतिपूर्ण तरीकों से अपने मतभेदों को आपसी सहमति से हल करने की प्रतिबद्धता पर भी सहमत हुए।