प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत के प्रयत्न में इसके वित्तीय संस्थानों की सहभागिता बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने आर्थिक वृद्धि और अकांक्षा की अर्थव्यवस्था के वित्त पोषण विषय पर बजट पश्चात एक ऑनलाइन संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे व्यवहारिक वित्तीय मॉडलों के निर्माण की जरूरत है, जो देश में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को प्रोत्साहित कर सके और दूसरों देशों पर भारत की निर्भरता कम हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व में सबसे बड़ महामारी के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था गति पकड़ रही है। उन्होंने कहा कि यह सरकार के वित्तीय निर्णयों और अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद के कारण हो रहा है।